रायपुर. आबकारी विभाग में संविदा पर वर्षों से कार्यरत अधिकारी समुन्द्र सिंह पर ठेकेदारों, अधिकारियों और बीजेपी मंत्रियों की मिलीभगत से बीजेपी शासनकाल में 5000 करोड़ का घोटाला करने का आरोप लगाते हुए जेसीसी-जे प्रवक्ता नितिन भंसाली ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से घोटालों का दस्तावेज सौंपने समय मांगा है.
नितिन भंसाली ने 9 वर्षो से संविदा में ओएसडी के पद पर पदस्थ अधिकारी समुन्द्र सिंह द्वारा किए गए लगभग 5000 करोड़ रुपये के महाघोटाले का खुलासा करते हुए बताया कि आबकारी विभाग ने शराब ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए कमीशनखोरी के नाम से गैर कानूनी तरीके से सारे नियमों को ताक में रखते हुए शराब बिक्री पर 50 से 60 प्रतिशत का प्रॉफिट मार्जिन यानी लाभ दिया, जो कि अन्य राज्यों की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा है, जिसकी राशि करोड़ों में है.
नितिन ने बताया कि बीजेपी शासनकाल में शराब के मूल्य निर्धारण का कोई मापदंड नहीं था. आबकारी विभाग के अधिकारियों ने लोकल ब्रांड की शराब को बिना मापदंडों के परीक्षण के मनमाने तरीके से IMFL (Indian made foreign liquor) की श्रेणी में रखते हुए इन लोकल ब्रांड की शराबों का बिक्री मूल्य निर्धारण महंगी दरो पर करते हुए इससे शराब ठेकेदारों को करोड़ों रूपये का लाभ पहुंचाते हुए कमीशनखोरी को अंजाम देकर इस घोटाले को अंजाम दिया है.
उन्होंने बताया कि वर्ष 2012 से वर्ष 2017 तक लॉटरी के माध्यम से शराब दुकानों के आंबटन की प्रक्रिया में शराब ठेकेदारों ने अपने गुर्गों, कर्मचारियों के नाम पर लॉटरी के माध्यम से जो दुकाने हासिल की थी, जिन दुकानों का वार्षिक टर्नओवर करोड़ों रुपयों में है. इसका एक रुपया भी आयकर ठेकेदारों ने नहीं चुकाते हुए करोड़ो रुपयों की कर चोरी को अंजाम दिया है,
नितिन भंसाली ने बताया कि करोड़ो के इस घोटाले के मुख्य सूत्रधार समुन्द्र सिंह सरकार बदलने के दिन ही अपना इस्तीफा देकर कहीं अंडर ग्राउंड हो गए हैं. इस संबंध में उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर दस्तावेज सौंपकर शिकायत व कार्यवाही के लिए मिलने का समय मांगा है. उन्होंने बताया कि वे इस संबंध में दस्तवेजों सहित ईओडब्ल्यू, लोक आयोग और आयकर आयुक्त को भी शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं.