रायपुर। कोरोना को हराने के लिए किये गए लॉक डाउन का असर गरीब, बेसहारा और असहाय वर्ग पर सबसे ज्यादा पड़ा है. ऐसे लोगों के लिए दो जून की भी रोटी लॉक डाउन की वजह से दूभर हो गई है. ऐसे लोगों की मदद के लिए सीएम भूपेश बघेल के आह्वान पर स्वयंसेवी संस्थान आशाएं, छत्तीसगढ़ सिख फोरम, दशमेश सेवा सोसायटी और छत्तीसगढ़ सिख संगठन सामने आया है. इन संस्थानों ने राजधानी के चिन्हित 10 हजार परिवारों तक राशन पहुंचाने का जिम्मा उठा लिया है. यही नहीं राजधानी के सभी गुरुद्वारों में भी मुफ्त लंगर की व्यवस्था की गई है.
ऐसे असहाय लोगों की मदद के लिए जो लोग सामने आए हैं उनमें ग्रैन्ड न्यूज के चेयरमेन गुरुचरण सिंह होरा, आशा की किरण से किशोर खेत्रपाल और निर्मल खेत्रपाल, स्वयंसेवी संस्था आशाएं के संचालक यश टूटेजा और तरणजीत सिंह होरा है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ सिख फोरम के जगजीत सिंह अरोरा, बलदेव सिंह भाटिया और जसबीर सिंह गुम्बर, दशमेश सेवा सोसायटी के प्रीतपाल सिंह होरा और परमिंदर सिंह भाटिया व छत्तीसगढ़ सिख संगठन के हरपाल सिंह बाम्बरा, हरमीत सिंह होरा, जगजीत सिंह खनूजा (अध्यक्ष, श्याम नगर गुरुद्वारा ), प्रीतपाल सिंह चण्डूजा, होटल सेमरॉक के संचालक मनदीप सिंह चावला, दिलेर सिंह होरा (अध्यक्ष, देवेंद्र नगर गुरुद्वारा) व जी एस भामरा (अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ ऑफिसर्स सिख वेलफेयर) रायपुर के सभी गुरुद्वारों में निःशुक्ल लंगर के लिए प्रयासरत हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश का यह सबसे बड़ा राहत का पैकेज है, जिसका वितरण शुरू हो चुका है.
इन सबके अलावा विधायक कुलदीप जुनेजा, पूर्व विधायक गुरमुख सिंह होरा, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह छाबड़ा सभी गुरुद्वारों में जहां निःशुल्क लंगर की व्यवस्था की संभालेंगे. चेंबर ऑफ कामर्स महिला विंग की अध्यक्ष मीनाक्षी टूटेजा (संचालक, मीनाक्षी ब्यूटी पार्लर), हैप्पी सिब्बल और डाॅ. फरिश्ता भी सहयोग प्रदान कर रहे हैं.
एक पैकेट में होंगी ये वस्तुएं
मास्क- 2
चावल- 10 कि.ग्रा
दाल- 2 किग्रा
तेल- 400-500 मिली
आलू- 2 कि.ग्रा
प्याज- 1 कि.ग्रा
नमक- 100 ग्राम
मिर्च पाउडर- 50 ग्राम
हल्दी पाउडर- 50 ग्राम
चाय- 100-200 ग्राम
चीनी- 1 किलो
नहाने का साबुन- 2
हाथ धोने का साबुन- 2
पारले जी बिस्किट- 2 पैकेट