संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। लॉक डाउन में सिविल वालेंटियर के रुप में अपनी सेवाएं दे रहे भूतपूर्व सैनिकों ने एसडीएम रुचि शर्मा पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. नाराज सैनिकों ने एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपते हुए कोरोना संकट काल में ड्यूटी नहीं करने की सूचना दी.

भूतपूर्व सैनिकों ने बताया कि एक सैनिक संजय गुप्ता अभी छुट्टी में घर आया हुआ है. प्रशासन के आह्वान पर वह भी वालेंटियर की ड्यूटी कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि वालेंटियर ड्यूटी के बाद सैनिक शाम 7 बजे दूध का पैकेट लेकर वापस घर लौट रहा था. जिसे लोरमी एसडीएम ने मुख्यमार्ग में रोक लिया और उसके गाड़ी की चाबी निकालकर उससे पूछताछ करने लगी. सैनिक ने अपना वालेंटियर कार्ड भी दिखाया. उसके बाद लोरमी एसडीएम रुचि शर्मा ने इन भूतपूर्व सैनिकों के प्रमुख संतोष साहू को बुलाया और उनसे सैनिक की शिकायत की. संतोष साहू ने उनसे बाइक की चाबी वापस देने का निवेदन किया लेकिन एसडीएम नहीं मानी और सैनिकों को वहीं रानीगांव में छोड़कर  बाइक की चाबी लेकर चली गईं. पूर्व सैनिकों का कहना है कि उसके बाद उन्होंने कलेक्टर सहित पुलिस अधिकारियों से भी गुहार लगाई लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की.

उधर लोरमी एसडीएम रुचि शर्मा ने प्रेस एंड ऑफिसर्स नाम के एक वाट्सग्रुप में आरोपों पर अपनी सफाई दी. उन्होंने बताया कि सैनिक संजय गुप्ता का घर अखरार में है इस वजह से उसकी ड्यूटी उसके घर के नजदीक अखरार कियोस्क में लगाई गई थी. जो कि 5:30 बजे तक बंद हो जाता है. वह ड्यूटी भी नहीं आया था अनुपस्थित थे. उससे पूछा गया कि लोरमी क्यों आ रहे हो पूछने पर हंसते हुए कहा कि निजी कार्य था. उससे गाड़ी खड़ी करने के लिए कहा गया और उसकी चाबी ली गई. लेकिन वह गाड़ी लेकर चला गया.

रुचि शर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस लॉक डाउन के द्वार में सैनिकों को उनकी इच्छा पर स्वयंसेवकों के रूप में सेवा करने का अवसर दिया गया है और वह सभी अपनी सेवा सेवा भाव से कर भी रहे हैं उसके लिए प्रशासन उनका आभारी है. लेकिन आज एक सैनिक के द्वारा अपने पास आईडी का दुरुपयोग वह भी सैनिक की वर्दी पहने अनुशासनहीनता है. उनका लॉक डाउन स्वयंसेवक आईडी निरस्त किया जाएगा और अब से लॉक डाउन में घूमते हुए पाए गए तो कार्यवाही भी की जाएगी.

वहीं इस पूरे मामले में मुंगेली कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने सैनिक से ली गई गाड़ी की चाबी को वापस लौटा देने की बात कही गई. आपको बता दें कि लोरमी में कोरोना योद्धा के रूप में 16 भूतपूर्व सैनिकों को बैंकों सड़को और गांवों में ड्यूटी लगाई गई है ताकि वे लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने सबको प्रेरित करें जिससे कही भी भीड़ न लगे.