रायपुर। पहले विदेश से आने वालों, फिर निजामुद्दीन मरकज से लौट कर आए लोगों से फैलने वाला कोरोना संक्रमण का खतरा अभी दूर नहीं हुआ है कि दूसरे प्रांतों से ट्रक और दूसरे साधनों से चोरी-छिपे पहुंच रहे लोगों ने पुलिस-प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. ऐसे लोगों की जानकारी हासिल करने में पुलिस-प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं.
सबसे ज्यादा समस्या राजधानी रायपुर और दूसरा दुर्ग-भिलाई में आ रहा है, जहां रोजाना बड़ी संख्या में पड़ोसी राज्यों में कुशल और अर्द्ध-कुशल मजदूर काम के लिए जाते हैं. लॉकडाउन-1 को किसी तरह से इन लोगों ने निकाल लिया, लेकिन घर-परिवार से दूर लॉकडाउन-2 निकालना भारी पड़ रहा है, लिहाजा ट्रक या आवागमन के जो भी साधन मिले, उसके जरिए चोरी-छिपे घर आ रहे हैं.
ऐसी ही घटना शुक्रवार को राजधानी में घटी, जिसमें अमरावती से ट्रक में आया शख्स घर में छिप गया. जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस के सामने आने की बजाए वह घर से ही बाहर नहीं निकल रहा था, पुलिस ने बड़ी मशक्कत से उसे समझाया, जिसके बाद वह सामने आया. पुलिस ने उसे होम क्वारेंटाइन में रखते हुए जांच के लिए एम्स के डॉक्टरों को जानकारी दे दी है.
वहीं दुर्ग, राजनांदगांव सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी बाहर से आए लोगों की जानकारी मिलने के बाद मेडिकल स्टाफ जांच में जुटा हुआ है. लेकिन सबसे बड़ी समस्या बाहर से आकर घर में छिपे लोगों से है, जो सर्दी-खांसी और बुखार जैसे लक्षण होने के बाद भी पुलिस-प्रशासन का सहयोग न करते हुए गली-मोहल्ले के लोगों की समस्या बढ़ा रहे हैं.