रोहित कश्यप, मुंगेली. एक ओर जहां लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए पुलिस सख्त रवैया अपना रही है, ताकि लोग बेवजह घरों से बाहर न निकले, कुछ जगहों पर पुलिस के बुरे बर्ताव को लेकर उसकी आलोचना हो रही है. वहीं कुछ जगहों पर उसके मानवीय पहल का सराहा जा रहा है. ऐसे समय में मुंगेली पुलिस का एक मानवीय चेहरा भी सामने आया है.

मुंगेली जिले की कोतवाली थाने की टीआई कविता ध्रुवे अपने पूरे स्टाफ के साथ जहां लॉकडाउन का पालन कराने ड्यूटी पर तैनात है तो वहीं स्वयं सेवी संस्थानों वालेंटियर के साथ मिलकर अपने हाथों से खाना बनाकर रोजाना करीब 150 ऐसे लोग जो ट्रक ड्राइवर,ढाबे में खाने वाले, अस्पताल और अन्य स्लम वाले इलाके में रहने वाले लोगों को भोजन मुहैया करा रही है.

पुलिस की इस अनोखी मुहिम की चर्चा जहां क्षेत्र में जोरो पर है तो वहीं इस पहल की विभागीय अधिकारी भी सराहना करते नहीं थक रहे. मुंगेली पुलिस की यह मुहिम यही समाप्त नहीं होती, बल्कि लॉकडाउन पालन कराने में छत्तीसगढ़ पुलिस की सख्त रवैये से जो लोग खाकी पर सवाल उठा रहे थे उन लोगों के लिए मुंगेली पुलिस ने एक और शानदार नजीर पेश की है. जरूरतमंदों को पुलिस के द्वारा भोजन बनाकर खाना खिलाने के अलावा मुंगेली पुलिस के परिवार वाले जरूरत मन्दों के लिए घरों में मास्क बना रहे हैं. कोरोना के योद्धाओं पुलिस कर्मी,वालेंटियर व ऐसे लोग जो बिना मास्क के घरों से निकल जाते हैं. ऐसे अधिकतर लोगों के लिए मास्क की पर्याप्त व्यवस्था पुलिस के परिजनों द्वारा की जा रही है.

पुलिस परिवार की यह कदम गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए काफी कारगर भी साबित हो रही है. वाकई में मुंगेली पुलिस विभाग के द्वारा जरूरत मन्दों के लिए की जा रही यह अनोखी पहल अन्य जिलों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है. सिटी कोतवाली पुलिस की जरुरतमन्दों को भोजन खिलाना और पुलिस के परिजनों द्वारा मास्क बनाने को लेकर विभागीय अधिकारी डीएसपी तेजराम पटेल ने भी काफी सराहा है.