प्रमोद निर्मलकर,मानपुर। राजनांदगांव जिले में लॉकडाउन के दौरान भी रेत का गोरखधंधा धड़ल्ले से चल रहा है. मानपुर के तोलूम खदान से रेत लेकर महाराष्ट्र जा रही तीन हाइवा वाहनों को ग्रामीणों ने बार्डर पर पकड़ लिया. जब उनका रॉयल्टी चेक किया, तो दूसरे जिले का निकला. जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने गाड़ियों को थाने में खड़ा करा दिया है. लेकिन राजश्व अमले से कोई भी जिम्मेदार कार्रवाई करने नहीं पहुंचा है. प्रशासन कार्रवाई करने में आनाकानी कर रहा है.

बेमेतरा के खदान की पर्ची, मानपुर के खदान की रेत

मानपुर बस स्टैंड के पास जब ग्रामीणों ने पुलिस के सामने रॉयल्टी पर्ची चेक किया, तो उक्त पर्ची में बेमेतरा जिले के एक खदान का सील मुहर लगा हुआ था. जबकि वाहन चालकों ने बताया कि उन्होंने रेत मानपुर के तोलूम-नवागांव खदान से रेत भरी है. जिसे महाराष्ट्र लेकर जा रहे हैं.

नायब तहसीलदार ने मौके पर जाने से किया मना

नायब तहसीलदार को वाहन पकड़े हुए स्थान के पास ग्रामीणों ने जांच के लिए आने का आग्रह किया, लेकिन वे नहीं पहुंचे. मानपुर सरपंच, उपसरपंच, पूर्व सरपंच व वार्ड पंचों के साथ ग्रामीण जब तहसील ऑफिस पहुंचे तो उन्होंने नायब तहसीलदार को खदान चलकर जांच व कार्यवाही का आग्रह किया. लेकिन उन्होंने खदान जाने से भी मना कर दिया. वही ग्रामीणों को ही खदान जाकर देख लेने को कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया.

प्रशासन को किन आकाओं का ख़ौफ ?

मानपुर की रेत को महाराष्ट्र पार करने का सिलसिला लंबे समय से बिना कोई रोकटोक के चल रहा है. रोजाना दर्जनों ट्रिप रेत महाराष्ट्र पार होती रही है. अब जबकि देश लॉकडाउन के दौर से गुजर रहा है, तब सील किये गए महाराष्ट्र बॉर्डर से रेत वाहनों का पार होना प्रशानिक अमले को कटघरे में खड़ा कर रही है. सवाल ये भी उठता है कि प्रशासनिक अमले को आखिर किन आकाओं का ख़ौफ़ है, जो रेत माफियाओं पर कार्रवाई नहीं होती.