पुरुषोत्तम पात्रा, गरियाबंद. सरकार एक तरफ गरीबों को सस्ते दर पर राशन उपलब्ध करा रही है. तो दूसरी ओर राशन दुकान में गड़बड़ी मामला सामने आ रहा है. दरअसल अड़गडी शासकीय उचित मूल्य की दुकान 2 माह से बंद पड़ी है. जिससे हितग्राहियों को राशन नहीं मिलने से परेशानी हो रही है.
इस चिलचिलाती धूप में हितग्राही राशन लेने पहुंचते तो है लेकिन उन्हें यहां आने के बाद निराशा ही हाथ लगती है. दुकान से राशन नहीं मिलने की वजह से ग्रामीणों के घर में दो वक्त की चुल्हा जलना मुश्किल हो जाता है. पिछले चार दिन से ग्रामीण राशन दुकान का चक्कर लगा रहे है.
दरअसल सालों पहले ग्राम पंचायत मैनपुर कला की राशन दुकान में पदस्थ सेल्समैन के खिलाफ गड़बड़ी की शिकायत की गई थी. जिसके बाद जांच में मामला सहीं पाया गया था. मैनपुर कला की दुकान में 7 क्विंटल चावल, 4 किलो शक्कर, 6 किलो चना, 900 लाटर मिट्टी का तेल कम पाया गया था. जिसके बाद एसडीएम के जांच प्रतिवेतन के आधार पर कलेक्टर ने सेल्समैन के खिलाफ एफआईआर करने का निर्देश दिया था. लेकिन मिलीभगत कर मामले का फाइल दबा दिया गया था.
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि सेल्समैन अपनी मनमर्जी के अनुसार दुकान खोलता है. जिस वजह से राशन दुकान का सिर्फ चक्कर ही काट रहे है. 4 गाव के हलोग पिछले दो माह से अपनी मजदूरी छोड़ कर देर शाम तक दुकान के आगे बैठे रहते हैं. जिससे घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है.
अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो कोई भी जिम्मेदार सामने बोलने को तैयार नहीं है. मगर मामले की जांच करने के बाद ही कार्रवाई करने की बात कह रहे है. लेकिन अब देखना ये होगा कि अखिर कब तक ऐसा ही रवैया चलता रहेगा. और अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से भागते रहेंगे.