सोहराब आलम/ मोतिहारी पूर्वी चम्पारण। रक्सौल रेलवे स्टेशन के सरकारी रूम में एक लोको पायलट की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान पूर्वी चंपारण के चकिया निवासी प्रमोद चौधरी के रूप में हुई है। घटना के बाद रेलवे कर्मचारियों और परिजनों में शोक और आक्रोश का माहौल है। सूत्रों के अनुसार शनिवार देर रात प्रमोद चौधरी अपने सरकारी रूम में सोए हुए थे। सुबह जब दरवाजा काफी देर तक नहीं खुला तो सहकर्मियों ने जांच की। अंदर प्रवेश करने पर उनका शव फर्श पर पड़ा मिला।
AC से पानी टपकने का आरोप
परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि कमरे में लगी एयर कंडीशनर (AC) से पूरी रात पानी टपकता रहा। इसी कारण फर्श गीला हो गया था। रात में शौचालय जाने के दौरान प्रमोद चौधरी का पैर फिसल गया और सिर में गंभीर चोट लगने से उनकी मौत हो गई।
परिवार ने जताया आक्रोश
प्रमोद चौधरी के परिजनों ने रेलवे प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकारी रूम की देखरेख और मेंटेनेंस सही से नहीं की जाती। यदि समय पर खराब AC की मरम्मत की गई होती तो यह हादसा टल सकता था। परिवार ने मामले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
रेलवे कर्मचारियों में शोक
प्रमोद चौधरी की मौत की खबर मिलते ही रेलवे के अन्य कर्मचारी और सहकर्मी सदमे में हैं। कई कर्मचारियों का कहना है कि रूम और क्वार्टरों की स्थिति जर्जर है, जिसकी अनदेखी की जाती है। इस घटना ने सुरक्षा और सुविधाओं की पोल खोलकर रख दी है।
जांच में जुटा रेलवे प्रशासन
मौत की सूचना पर रेलवे और स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं रेलवे प्रशासन ने भी तकनीकी टीम से रिपोर्ट तलब की है।
परिजनों ने मांगा मुआवजा
मृतक के परिवार ने रेलवे से मुआवजा और आश्रित को नौकरी देने की मांग की है। परिजनों का कहना है कि प्रमोद चौधरी परिवार के अकेले कमाने वाले सदस्य थे और उनकी अचानक मौत से पूरा परिवार संकट में आ गया है।
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