सुधीर साहू, रायपुर. छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस-भाजपा ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है. भाजपा आज उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है. वहीं कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक 5 मार्च को होगी, जिसमें प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लग सकती है. दुर्ग लोकसभा सीट पर राजनीति साहू-कुर्मी समाज के बीच देखने को मिलती है. भाजपा इस बार फिर सांसद विजय बघेल को चुनाव लड़ा सकती है. वहीं कांग्रेस पूर्व मंत्री-सांसद ताम्रध्वज साहू को टिकट दे सकती है.

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में चली कांग्रेस विरोधी लहर में ताम्रध्वज साहू चुनाव जीतने में सफल रहे थे. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय को हराया था. 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रतिमा चंद्राकर कांग्रेस की उम्मीदवार थीं. वे मोदी की लहर में भाजपा के विजय बघेल से चुनाव हार गईं. पिछले लोकसभा चुनाव में चुनाव जीते विजय बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भतीजे हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में कका और भतीजे के बीच मुकाबला हुआ, जिसमें भतीजा चुनाव हार गए. अब लोकसभा में फिर भाजपा विजय बघेल को मौका दे सकती है.

साहू समाज के बाद कुर्मी वोटर सबसे ज्यादा

दुर्ग लोकसभा क्षेत्र में सबसे बड़ी आबादी साहू समाज की है. करीब 35-40 प्रतिशत वोटर इसी समाज से हैं. वहीं कुर्मी वोटर लगभग 22 प्रतिशत हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही उम्मीदवार कुर्मी समाज से थे. भाजपा के विजय बघेल और कांग्रेस से प्रतिमा चंद्राकर मैदान पर थे. इस चुनाव में भाजपा की जीत हुई थी. 2014 के लोकसभा चुनाव में सरोज पांडेय और ताम्रध्वज साहू के बीच मुकाबला था, जिसमें साहू की जीत हुई थी. कांग्रेस ने जिले के जातिगत समीकरणों के आधार पर ताम्रध्वज साहू को टिकट देते हुए भाजपा के 30 वर्षों के गढ़ को भेदते हुए सफलता हासिल की थी.

दुर्ग से पांच बार सांसद बने चंदूलाल चंद्राकर

दुर्ग लोकसभा का गठन आजादी के बाद हुआ था. आजादी के बाद से इस लोकसभा सीट पर 17 बार आम चुनाव और 1 बार उपचुनाव हुआ है, जिसमें 10 बार कांग्रेस पार्टी और 6 बार बीजेपी ने जीत हासिल की है. जबकि, जनता पार्टी और जनता दल की एक-एक बार जीत हुई है. दुर्ग लोकसभा सीट पर 1996 के बाद से ही बीजेपी का कब्जा रहा था. इस क्षेत्र से पांच बार सांसद रहे चंदूलाल चंद्राकर केंद्र में मंत्री भी रहे. वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे.

दावेदारी की सूची में इन नामों की चर्चा

दुर्ग से सांसद विजय बघेल को पार्टी एक बार फिर मैदान में उतार सकती है. विजय बघेल ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा था. विजय बघेल ने पाटन सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, जबकि इस सीट को बीजेपी कठिन मानकर चल रही थी. विजय बघेल ने दमदारी से चुनाव लड़ा. यही वजह है कि पार्टी उन्हें टिकट देकर उपकृत कर सकती है. हालांकि विजय बघेल के अलावा जिन नामों को लेकर चर्चा है उनमें जीतेंद्र वर्मा और पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय का नाम भी शामिल है. वहीं कांग्रेस पूर्व मंत्री व सांसद रहे ताम्रध्वज साहू को टिकट दे सकती है. इसके अलावा राकेश साहू के नाम भी चर्चा में है. 2014 के लोकसभा चुनाव में सरोज पांडेय और ताम्रध्वज साहू के बीच मुकाबला था. कांग्रेस ने जिले के जातिगत समीकरणों के आधार पर ताम्रध्वज साहू को टिकट देते हुए भाजपा के 30 वर्षों के गढ़ को भेदते हुए सफलता हासिल की थी.

जानिए दुर्ग लोकसभा का इतिहास

छत्तीसगढ़ की दुर्ग लोकसभा सीट की स्थापना 1952 में हुई थी. शुरुआती में इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा देखने को मिला था. इस सीट से 1952 में कांग्रेस के वासुदेव एस किरोलिकर पहले सांसद बने. इसके बाद के दो चुनाव 1957 और 1962 में मोहन लाल बकलियाल ने चुनाव जीता. 1967 में चौथे चुनाव में विश्वनाथ तामस्कर चुनाव जीते. इस सीट पर पहली बार 1968 में उपचुनाव हुआ था, जिसमें चंदूलाल चंद्राकर जीते थे. चंदूलाल चंद्राकर दुर्ग क्षेत्र के कद्दावर नेता थे. 1971 में चंदूलाल चंद्राकर ने दोबारा इस सीट पर कब्जा किया था. 1977 में आपातकाल के बाद हुए चुनाव में जनता पार्टी के मोहन जैन ने चंदूलाल चंद्राकर को हराया था. इसके बाद 1980 और 1984 में चंदूलाल चंद्राकर फिर सांसद चुने गए थे.

1989 में जनता दल की पहली जीत हुई. इस चुनाव में पुरूषोत्तम कौशिक जीते थे. इसके बाद 1990 के दशक में दुर्ग में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. 1991 में कांग्रेस से चंदूलाल चंद्राकर की जीत हुई. इसके बाद बीजेपी ने लगातार कई चुनाव जीते. ताराचंद साहू ने 1996 में बीजेपी को पहली जीत दिलाई थी. ताराचंद साहू 1996 से 2004 तक लगातार जीतते रहे. 2009 में बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडे की जीत हुई. इसके बाद 2014 में फिर ताम्रध्वज साहू ने कांग्रेस पार्टी को जीत दिलाई. 2019 में भाजपा के विजय बघेल विजयी रहे.

अब तक हुए दुर्ग लोकसभा चुनाव के परिणाम

वर्षविजेतादल
1952वासुदेव एस किरोलिकरभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
गुरु गोसाईं अगम दास जी
भगवती चरण शुक्ल
1957मोहन लाल बकलियाल
1962
1967विश्वनाथ तामस्कर
1968^चंदूलाल चंद्राकर
1971
1977मोहन जैनजनता पार्टी
1980चंदूलाल चंद्राकरभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1984भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1989पुरूषोत्तम कौशिकजनता दल
1991चंदूलाल चंद्राकरभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1996ताराचंद साहूभारतीय जनता पार्टी
1998
1999
2004
2009सरोज पांडे
2014ताम्रध्वज साहूभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
2019विजय बघेलभारतीय जनता पार्टी

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