Lok sabha Election 2024: पाली/ जालोर/ सिरोही. लोकतंत्र को मजबूत बनाने में महिलाओं की अहम भूमिका रही है. महिला मतदाता बढ़-चढ़कर मतदान करती है और सरकारें चुनती है. यह बात और है कि महिला मतदाताओं के अनुपात में देश की सबसे बड़ी पंचायत में उनको प्रतिनिधित्व अभी भी नहीं मिला है.
राजस्थान से अब तक 31 महिलाएं संसद पहुंच पाई है. वहीं, पाली संसदीय सीट से अब तक एक बार भी महिला शक्ति को यह सौभाग्य नहीं मिला. जबकि जालोर-सिरोही सीट से एक महिला सांसद चुनी गई हैं. पाली और जालोर-सिरोही संसदीय क्षेत्र की बात करें तो 72 साल में हुए कुल 15 लोकसभा चुनाव के इतिहास में जालोर-सिरोही संसदीय से केवल एक बार 2004 में भाजपा से महिला प्रत्याशी के रूप में सुशीला बंगारू को मतदाताओं ने चुनकर संसद भेजा था. पहले आम चुनाव में पाली से रानीदेवी भार्गव जनसंघ की उम्मीदवार थीं.
1984 में पाली सीट से पुष्पा जैन भाजपा और 2014 में मुन्नीदेवी गोदारा कांग्रेस की उम्मीदवार थीं, लेकिन तीनों ही जीत नहीं पाई. जालोर-सिरोही में कांग्रेस ने वर्ष 2009 में सिरोही जिले की संध्या चौधरी को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन चुनाव परिणाम पक्ष में नहीं रहे.
पाली-जालोर-सिरोही सीट से महिला प्रत्याशी
- 1952 में रानी देवी भार्गव (जेएस) सिरोही-पाली से तीसरे स्थान पर रही
- 1984 में पुष्पा जैन (बीजेपी) पाली संसदीय क्षेत्र से दूसरे स्थान पर रही
- 1996 में जैन खुजा संपत (एसएस) पाली संसदीय क्षेत्र से आठवें स्थान पर
- 1998 में शशि कला (एसएपी) पाली संसदीय क्षेत्र से छठे स्थान पर
- 1999 में कुसुमा मेघवाल (निर्दलीय) जालोर-सिरोही संसदीय क्षेत्र से तीसरे स्थान पर
- 2004 में सुशीला बंगारू (भाजपा) जालोर-सिरोही संसदीय क्षेत्र से जीत दर्ज की
- 2009 में संध्या चौधरी (कांग्रेस) जालोर-सिरोही संसदीय क्षेत्र से तीसरे स्थान पर
- 2009 में नंदा देवी (आरजेवीपी) जालोर-सिरोही संसदीय क्षेत्र से छठे स्थान पर
- 2009 में शांति परमार (निर्दलीय) जालोर-सिरोही संसदीय क्षेत्र से 18वें स्थान पर
- 2019 में विजयश्री (एएसएस) जालोर-सिरोही संसदीय क्षेत्र से 11वें स्थान पर
1952 से 2019 तक कुल 15 लोकसभा चुनाव हुए हैं. राजस्थान की बात करें तो इस चुनावी सफर में कुल 203 महिला प्रत्याशी विभिन्न दलों और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरी. जिसमें से कुल 31 महिला प्रत्याशी जीत दर्ज कर पाई है.
प्रदेश की 31 महिलाएं पहुंची संसद
- 1962 में जयपुर संसदीय क्षेत्र से गायत्री देवी (एसडब्ल्यूटी)
- 1971 में जयपुर संसदीय क्षेत्र से गायत्री देवी (एसडब्ल्यूटी)
- 1971 में जोधपुर संसदीय क्षेत्र से कृष्णा कुमारी (निर्दलीय)
- 1980 में चितौडगढ़ संसदीय क्षेत्र से निर्मला कुमारी (कांग्रेस)
- 1984 में उदयपुर संसदेयी क्षेत्र से इंदुबाला सुखाडिय़ा (कांग्रेस)
- 1984 में चितौडगढ़ संसदीय क्षेत्र से निर्मला कुमारी (कांग्रेस)
- 1989 में झालावाड़ संसदीय क्षेत्र से वसुंधरा राजे (भाजपा)
- 1991 में अलवर संसदीय क्षेत्र से महेंद्र कुमारी (भाजपा)
- 1991 में भरतपुर संसदीय क्षेत्र से कृष्णेंद्र कौर (भाजपा)
- 1991 में झालावाड़ संसदीय क्षेत्र से वसुंधरा राजे (भाजपा)
- 1991 में उदयपुर संसदीय क्षेत्र से गिरजा व्यास (कांग्रेस)
- 1996 में भरतपुर संसदीय क्षेत्र से महारानी दिव्या सिंह (भाजपा)
- 1996 में सवाई माधोपुर संसदीय क्षेत्र से उषा देवी (कांग्रेस)
- 1996 में झालावाड़ संसदीय क्षेत्र से वसुंधरा राजे (भाजपा)
- 1996 में उदयपुर संसदीय क्षेत्र से गिरजा व्यास (कांग्रेस)
- 1998 में सवाई माधोपुर संसदीय क्षेत्र से उषा मीणा (कांग्रेस)
- 1998 में अजमेर संसदीय क्षेत्र से प्रभा ठाकुर (कांग्रेस)
- 1998 में झालावाड़ संसदीय क्षेत्र से वसुंधरा राजे (भाजपा)
- 1999 में सवाई माधोपुर संसदीय क्षेत्र से उषा मीणा (कांग्रेस)
- 1999 में झालावाड़ संसदीय क्षेत्र से वसुंधरा राजे (भाजपा)
- 1999 में उदयपुर संसदीय क्षेत्र से गिरजा व्यास (कांग्रेस)
- 2004 में उदयपुर संसदीय क्षेत्र से किरण माहेश्वरी (भाजपा)
- 2004 में जालोर-सिरोही संसदीय क्षेत्र से बंगारु सुशीला (भाजपा)
- 2009 में नागौर संसदीय क्षेत्र से डॉ. ज्योति मिर्धा (कांग्रेस)
- 2009 में जोधपुर संसदीय क्षेत्र से चंद्रेश कुमारी (कांग्रेस)
- 2009 में चितौडगढ़ संसदीय क्षेत्र से गिरिजा व्यास (कांग्रेस)
- 2014 में झुंझुनूं संसदीय क्षेत्र से संतोष आहलावत (भाजपा)
- 2019 में भरतपुर संसदीय क्षेत्र से रंजिता कोली (भाजपा)
- 2019 में दौसा संसदीय क्षेत्र से सविता मीणा (कांग्रेस)
- 2019 में राजसमंद संसदीय क्षेत्र से दीया कुमारी (भाजपा)
महिलाओं के नाम ये भी रिकॉर्ड
1962 में जयपुर संसदीय क्षेत्र से गायत्री देवी (एसडब्ल्यूटी) को प्रदेश की पहली महिला सांसद बनने का सौभाग्य मिला. गायत्री देवी तीन बार सांसद चुनी गईं. – महिला के तौर पर प्रदेश में सबसे ज्यादा बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड वसुंधरा राजे के नाम है. वे पांच बार चुनी गईं. – कांग्रेस नेता डॉ. गिरीजा व्यास चार चुनाव जीतकर दूसरे स्थान पर रहीं.
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