नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले विपक्षी दल अपनी साझा रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. आज 19 विपक्षी दलों ने दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूश क्लब में बैठक की. यह बैठक चंद्रबाबू नायडू की अध्यक्षता में हुई. मीटिंग के बाद विपक्षी दल ईवीएम के मुद्दे पर शिकायत करने चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे. इस मीटिंग में 100 फीसदी ईवीएम के साथ वीवीपैट की मिलान की मांग को लेकर विपक्ष की ओर से चुनाव आयोग से मुलाकात को लेकर चर्चा हुई.

इस बैठक में कांग्रेस से अहमद पटेल, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद और अभिषेक मनु सिंघवी, माकपा से सीताराम येचुरी, तृणमूल कांग्रेस से डेरेक ओब्रायन, तेदेपा से चंद्रबाबू नायडू, आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, सपा से रामगोपाल यादव, बसपा से सतीश चंद्र मिश्रा एवं दानिश अली, द्रमुक से कनिमोई, राजद से मनोज झा, राकांपा से प्रफुल्ल पटेल एवं माजिद मेमन और कई अन्य पार्टियों के नेता शामिल हुए.

एग्जिट पोल्स में बीजेपी की सरकार बताई गई है, लेकिन विपक्षी दल इसे खारिज करते हुए गैर-एनडीए सरकार के गठन की संभावनाएं तलाश रहे हैं. विपक्षी नेताओं ने एग्जिट पोल्स को गलत करार देते हुए बीते दौर के कई उदाहरणों को गिनाया है. इसके अलावा हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के चुनावों की भी चर्चा की जा रही है, जहां एग्जिट पोल्स पूरी तरह से गलत साबित हुए.

बता दें लोकसभा चुनाव 2019 खत्म होने बाद आए एग्जिट पोल से भारतीय जनता पार्टी बेहद उत्साहित है. ज़्यादातर एग्जिट पोल में बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 300 से ज्यादा सीटें जीतने का अनुमान जताया गया है.