Lok Sabha Election 2024. उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट पर बीजेपी ने फिर से गुर्जर कार्ड खेला है. तीन बार विधायक रहे और मौजूदा सांसद प्रदीप चौधरी पर भाजपा ने फिर से भरोसा जताया है. यहां सपा की इकरा हसन और भाजपा के प्रदीप चौधरी के बीच कांटे की टक्कर होगी.

बता दें कि 2012 में गंगोह विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में प्रदीप चौधरी चुनाव मैदान में उतरे थे. उस समय हसन परिवार की तबस्सुम हसन, उनके बेटे नाहिद हसन बसपा में थे और गंगोह विधानसभा से बसपा प्रत्याशी के रूप में टिकट मांग रहे थे. टिकट नहीं मिलने के कारण हसन परिवार के नाहिद हसन को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में गंगोह विधानसभा से चुनाव लड़ना पड़ा. इस विधानसभा चुनाव में प्रदीप चौधरी ने नाहिद को हराकर जीत हासिल की थी. 

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तबस्सुम हसन और उनके बेटे नाहिद हसन सपा में शामिल हो गए थे. वर्ष 2017 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामकर प्रदीप चौधरी ने गंगोह से विधानसभा का चुनाव जीता था. इस चुनाव में प्रदीप चौधरी ने गंगोह विधानसभा में बसपा के नौमान मसूद को हराया था. भाजपा हाईकमान ने विधायक प्रदीप चौधरी को वर्ष 2019 के कैराना लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया था. प्रदीप चौधरी ने तबस्सुम हसन को 92 हजार वोट से हराकर जीत हासिल की.

बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां से बीजेपी के कद्दावर नेता बाबू हुकुम सिंह सांसद बने थे, लेकिन उनके निधन के बाद 2018 में हुए लोकसभा उपचुनाव में तबस्सुम हसन ने बाबू हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को चुनाव हराकर संसद का सफर तय किया था. 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदीप चौधरी ने तबस्सुम हसन से सीट छीन ली और सांसद बने.

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