प्रदीप गुप्ता कवर्धा. सड़क नहीं होने के कारण गांव के युवक और युवतियों के विवाह में बाधा आ रही है. पक्की सड़क के अभाव में गांव के लड़के-लड़कियों का रिश्ता टूट जाता है. कोई भी इस गांव में बच्चों का वैवाहिक संबंध नहीं जोड़ना चाहता. देश को आजाद हुए आज 77 वर्ष हो गए और अमृत महोत्सव भी मनाया जा रहा है लेकिन कबीरधाम जिले के एक गांव पावली में आवागमन के लिए कोई साधन नहीं है. लोग कच्चे रास्ते में चलने को मजबूर हैं. पावली, जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर ग्राम बंधी पंचायत का आश्रित गांव है. पावली में 500 सौ से अधिक मतदाता है. यहां सड़क नही होने के कारण से युवक और युवतियों के विवाह में परेशानी होती है. ऐसे में बुजुर्ग माता-पिता को बच्चों की शादी की चिंता सता रही है.

इसके कारण से यहां के ग्रामीणों ने गांव में फ्लैक्स चस्पा कर, रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा दिया है. इसके अलावा गांव में नेताओं के घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया है. दरअसल चुनाव के दौरान नेता ग्रामीणों को सपने दिखाकर वोट मांगने आते हैं और जीतने के बाद पीछे पलट कर भी नहीं देखते. इस कारण पावली गांव विकास की बाट जोह रहा है. आज से तीन दिन पहले ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपनी समस्या बताई थी. गांव में सड़क नही होने पर चुनाव में बहिष्कार करने की धमकी भी दी थी. इसके बावजूद जिला मुख्यालय से अधिकारी गांव पहुंचना मुनासिब नहीं समझा. इसके कारण गांव के लोगों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने ऐलान कर दिया है.

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