कर्ण मिश्रा, ग्वालियर. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मंगलवार को ग्वालियर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की. इस बीच उन्होंने कहा कि ‘चंबल से मेरा गहरा नाता है. ग्वालियर चंबल का मेरे संसदीय क्षेत्र से निकट का संबंध है’. चंबल नदी कोटा होकर भी गुजरती है. ग्वालियर चंबल राजनीतिक और सामाजिक रूप से परिवर्तन की दिशा में बढ़ रहा है.
स्पीकर ने कहा कि ग्वालियर चंबल में लोकतांत्रिक संस्थाओं ने सशक्त और मजबूत रूप से काम किया है और अभी भी कर रही है. यहां के लोगों में लोकतंत्र के प्रति विश्वास है. सभी लोग सामूहिक रूप से मिलकर लोकतंत्र को मजबूत करने का काम करते हैं.
देश मना रहा संकल्प वर्ष
उन्होंने आगे कहा कि देश में सामाजिक आर्थिक परिवर्तन के साथ आजादी के 75वें वर्ष का संकल्प पर्व मनाया जा रहा है. संकल्प के साथ मिलकर देश को आगे बढ़ा रहे हैं, ताकि लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिल पाए. कोरोना महामारी से हम सामूहिक रूप से लड़े, जिसने पूरे विश्व को संदेश दिया है.
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डिजिटल पार्लियामेंट की ओर बढ़े हम- ओम बिरला
डिजिटल संसद को लेकर ओम बिरला ने कहा कि देश मे डिजिटल पार्लियामेंट के लिए व्यापक रूप से काम हुआ है. हमने पूरी संसद को डिजिटलआइज्ड करने का काम किया है. हमारे जनप्रतिनिधि सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग कर जनता की अपेक्षाओं को पूरा कर पाएंगे. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की विधानसभाओं ने भी डिजिटल विधानसभा की ओर कदम बढ़ाया है. उसके अपेक्षित परिणाम आगे आएंगे.
ज्ञानवापी पर बोले बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि डिजिटल होने से जनप्रतिनिधियों का लोगों से संवाद जल्दी होगा. उनकी समस्याएं भी सदन में रखकर जल्दी हल करा पाएंगे. वहीं ज्ञानवापी मामले पर उन्होंने कहा कि, मामला कोर्ट में विचारधीन है. इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं.
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