चंडीगढ़. लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों पर मंथन करने के लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक सोमवार को नई दिल्ली में होगी. इस बैठक में पंजाब की 13 सीटों पर उम्मीदवारों के चयन को लेकर चर्चा होगी.

उम्मीदवारों के ऐलान में कांग्रेस हर बार की तरह इस बार भी पिछड़ रही है क्योंकि आम आदमी पार्टी ने 9 जबकि भाजपा ने 6 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं. कांग्रेस की सोमवार को होने वाली सीईसी की बैठक में पंजाब को भी शामिल किया गया है. माना जा रहा है कि जिन सीटों पर ज्यादा खींचतान नहीं है, उन सीटों पर मोहर लग सकती है.

अमृतसर, श्री आनंदपुर साहिब, फतेहगढ़ साहिब हलके को लेकर पेंच फंसा हुआ है. अमृतसर से मौजूदा सांसद गुरजीत सिंह औजला के अलावा पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी भी टिकट मांग रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी जालंधर से लड़ना चाहते हैं लेकिन चौधरी परिवार के विरोध के कारण वह फतेहगढ़ साहिब जाना चाहते हैं.

फतेहगढ़ साहिब से सांसद डा. अमर सिंह को अगर टिकट नहीं मिलता तो उनके पाला बदलने के पूरे चांस हैं. श्री आनंदरपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी का नाम 3 हलकों के लिए लिया जा रहा है. वह चंडीगढ़ से चुनाव लड़ना चाहते हैं जबकि पार्टी का एक तबका उन्हें वापस लुधियाना भेजने की पैरवी कर रहा है.

टिकटों की दावेदारी को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी और मौजूदा सांसदों के बीच खींचतान चल रही है. पंजाब में चूंकि आखिरी चरण में मतदान है इसलिए प्रदेश कांग्रेस 45 दिन पहले उम्मीदवारों की घोषणा का राग अलाप रही है वहीं मौजूदा सांसदों ने सोनिया गांधी से मुलाकात कर साफ कहा है कि उम्मीदवारों की घोषणा न होने के कारण हम प्रचार में पिछड़ रहे हैं. कांग्रेस उन सीटों पर बैठक में फैसला ले सकती है जहां विवाद नहीं है. बठिंडा हलका इस बार सबकी नजर में चढ़ने वाला है क्योंकि यहां से पंजाबी सिंगर सिद्ध मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह के मैदान में उतरने की चर्चा है.

कांग्रेस का एक बड़ा तबका उन्हें बठिंडा से चुनाव लड़ाने पर जोर दे रहा है क्योंकि उन्हें यकीन है कि सिद्ध मूसेवाला की हत्या के बाद उपजी सहानुभूति का उन्हें लाभ मिल सकता है. उधर, प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग अपनी पत्नी अमृता वडिंग को मैदान में उतराने के लिए जोर लगा रहे हैं जो विधानसभा चुनाव हार चुकी हैं.

Loksabha Election 2024: Congress Central Election Committee meeting today