सुशील सलाम, कांकेर. कांकेर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार नहीं बनाए जाने से नाराज होकर नामांकन दाखिल करने वाली पूर्व विधायक सुमित्रा मारकोले ने आखिरकार अपना नामांकन वापस ले लिया. सुमित्रा को मनाने में भाजपा के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेंडी की महत्वपूर्ण भूमिका रही.
गौरतलब है कि कांकेर लोकसभा सीट पर मोहन मंडावी को टिकट दिए जाने से नाराज बीजेपी की पूर्व विधायक सुमित्रा मारकोले ने चुनाव लड़ने का मन बनाते हुए नामांकन दाखिल किया था. वर्ष 2008-13 तक कांकेर की विधायक रहीं सुमित्रा मारकोले ने पार्टी आलाकमान पर काम करने वाले स्थानीय कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर बाहरी प्रत्याशी को टिकट देने का आरोप लगाया था. इस दौरान मारकोले ने कहा था कि पार्टी के इस फैसले से वे संतुष्ट नहीं हैं, और अपने कार्यकर्ताओं के कहने पर अब वे निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना चुकी हैं.