विप्लव गुप्ता, पेण्ड्रा. विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद मंगलवार को अपने पहले दौरे पर पेण्ड्रा आए डॉ. चरणदास महंत का लोगों ने लड्डुओं और कॉपियों से तौलकर स्वागत किया. इस अवसर पर उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव भी विधानसभा चुनाव की तरह सामूहिक नेतृत्व में लड़ने की बात कही.
डॉ चरणदास महंत ने इस अवसर पर पत्रकारों से चर्चा में लोकसभा चुनाव की तैयारियों और विधायकों को अलग-अलग जिले के प्रभार देने पर कहा कि पिछला चुनाव हमने सामूहिक नेतृत्व में जीता था. मुख्यमंत्री को मिलाकर 13 मंत्री हैं, और 11 विधानसभा है. अगर एक मंत्री एक लोकसभा में काम करने लगेगा तो बहुत अच्छा होगा, रणनीति भी ऐसी ही बनी थी, आगे का चुनाव भी सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा.
उन्होंने कहा कि विधायकगण विधानसभा देखेंगे, जिला अध्यक्ष भी विधानसभा देखेंगे. सभी को भी अलग-अलग प्रभार दिया जाएगा. वहीं विधायकों के फिजूलखर्ची पर उन्होंने कहा कि मैं फिजूलखर्ची के बहुत खिलाफ हूं. मैं खुद 5 बार विधानसभा चुनाव लड़ चुका हूं, लोकसभा चुनाव लड़ चुका हूं इसलिए मैं जानता हूं कि एक विधायक की हालत ऐसी भी होती है कि आने वालों को चाय-नाश्ता भी नहीं करा सकता, इसलिए मैं खर्चों में कटौती भी करूंगा. लेकि इस दृष्टिकोण से उनको सुविधाएं भी दूंगा कि वह लोगों की सेवा भी कर सकें.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ल का बहुत सम्मान करता हूं. वह हमारे अध्यक्ष रहे हैं. मेरे पूज्य ही रहे हैं. मैं कोशिश करूंगा कि उनके रास्ते पर चल संकू. वहीं लगातार हो रहे एफआईआर पर उन्होंने कहा कि हमने आने के पहले यह कहा था कि यहां जो कुछ भी गलत हुआ है, उसे छत्तीसगढ़ की जनता जाने, वही चल रहा है.