रेखराज साहू  महासमुंद। देशी शराब दुकान के सुपरवाइजर से लाखों की लूट मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने वारदात के 24 घंटे के भीतर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. लूट का मास्टरमाइंड पूर्व सेल्समैन ही निकला. मुख्य आरोपी ने शराब दुकान के अन्य सेल्समैन और अपने दोस्तों के साथ घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने आरोपियों से घटना में इस्तेमाल की गई मोटर साइकिल व नकदी 11 लाख 52 हजार रुपए जब्त कर लिया है.

पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि, 17 अक्टूबर को लगभग 11 बजे शासकीय देशी शराब दुकान गाड़ाघाट तुमगांव के सुपरवाईजर मनीष गुप्ता ने थाना तुमगांव में को सूचना दिया उनके साथ तीन अज्ञात नकाबपोशों ने 11,52,000 रुपए ले गया है. दिनदहाड़े लूट की घटना के बाद तत्काल जिले के थाना प्रभारियों को लूट के बारे में बताकर नाकेबंदी करने निर्देश दिया गया एवं तत्काल साइबर सेल की टीम एवं थाना तुमगावं की टीम को आरोपियों का पता तलाश कर पकड़ने निर्देशित किया.

साइबर सेल व थाना तुमगांव का टीम मौके पर पहुंचकर मनीष गुप्ता से पूछताछ किया. पूछताछ में बताया कि वह 8 बजे शराब दुकान खोला तथा शराब बिक्री के अंग्रेजी शराब दुकान के लॉककर में रखे हुए पैसे 11,52,000 रुपए को बैंक में जमा कराने महासमुंद के लिए मोटर साइकिल से निकला था.

नहर किनारे खड़े तीन नकाबपोश ने शराबी का हुलिया बनाकर लड़खड़ाते हुये मुझसे आ टकराया. जिससे नहर किनारे गिर पड़ा, मनीष गुप्ता के मोटर साइकिल से गिरने पर आरोपियों ने उस पर मिर्ची पाउडर से हमला कर रुपए से भरा बैग लूटकर फरार हो गया.

साइबर सेल की टीम गाड़ाघट गांव के आसपास के लोगों से पूछताछ किया तो लोगों ने मोटर साइकिल में तीन व्यक्ति को नहर की ओर जाते देखा बताया. आस-पास सीसीटीवी फुटेज जांच से पता चला कि आरोपी घटना के बाद समोदा की ओर बढ़े है. वहीं टीम को घटना के संबंध में जानकारी मिली कि दुकान में ही पूर्व कर्मचारी विजय मनहर विगत दिन-चार दिनों से शराब भट्टी के आसपास घुमता हुआ देखा गया है एवं उसके साथ अन्य तीन-चार लोग भी दिखे थे.

मनीष गुप्ता से विजय मनहर का पूर्व से वाद-विवाद हुआ. जिसके चलते आरोपी विजय मनहर ने नुकसान पहुंचाने का प्लान बना रहा था. विजय मनहर उक्त शराब दुकान में कार्य करने वाले सेल्समेन राहुल नंदे व राजेश कुमार जांगड़े को भी अपने प्लान में शामिल कर रुपए लूटने का प्लान बनाया. अपने पहचान के रहने वाले देवगांव थाना खरोरा के रहने वाले धनीराम घृतलहरे व योगेश घृतलहरे व अमर घृतलहरे को भी अपने प्लान में शामिल किया. जिस पर सभी लोग एक सुनियोजित प्लान के तहत मनीष गुप्ता को पैसा जमा कराने जाते समय लूटने का प्लान किए.

जैसे ही मनीष गुप्ता शराब बिक्री की रकम 11,52,000 रूपए को बैग में भरकर जमा कराने के लिए निकला, तभी सेल्समेन राहुल नंदे व राजेश द्वारा नहर वाले रास्ते में पहले से ही खड़े व वहा पर रेकी कर रहे विजय मनहर को बताया. विजय जोकि पहले से ही नहर के किनारे वाले रास्ते में खड़ा था और मनीष गुप्ता के आने का इंतजार कर रहा था. वहीं से कुछ दूरी पर विजय मनहर के रायपुर से आये दोस्त धनीराम घृतलहरे उर्फ धनी व योगेश घृतलहरे व अमर घृतलहरे जोकि लूटने के लिए उस रास्ते में खड़े थे.