रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज क्रिसमस पर्व पर राजधानी रायपुर के सेन्ट पॉल केथेड्रल पहुंचकर मसीही समाज के लोगों से मुलाकात की. प्रभु की प्रार्थना में शामिल हुए और मसीही समाज सहित प्रदेशवासियों को प्रभु यीशु मसीह के जन्मदिन ‘क्रिसमस‘ की बधाई और शुभकामनाएं दी और प्रभु यीशु से सभी लोगों के लिए सुख, समृद्धि की कामना की.
मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि प्रभु यीशु मसीह ने संपूर्ण मानव जाति के कल्याण के लिए हमें प्रेम, दया, करूणा और सेवा का मार्ग दिखाया. आज एक महान दिन है, आज ईश्वर की दया, प्रेम और करूणा के लिए उन्हें धन्यवाद कहने का दिन है. हमें उनके बताए मार्ग पर चलने और उनकी शिक्षाओं को अपने आचरण में अपनाने की जरूरत है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम छत्तीसगढ़ के लोग परंपरागत रूप से प्रेम, सौहार्द्र, भाई-चारे, करूणा और दया के रास्ते पर चलने वाले लोग हैं. हम जिस छत्तीसगढ़ के निर्माण का सपना देखते है, वह इन्हीं गुणों से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ होगा. नवा छत्तीसगढ़ के निर्माण का सपना, प्रभु यीशु मसीह के सपनों को साकार करने का ही सपना है. आइए हम सब इस सपने को जल्द से जल्द साकार करने के लिए जुट जाएं.
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर केथेड्रल में उपस्थित लोगों के साथ केक काटकर क्रिसमस सेलिब्रेट किया. चर्च में उपस्थित सभी लोगों ने प्रभु की प्रार्थना की. चर्च के गायन दल ने कैरोल गीत प्रस्तुत किए. सेन्ट पॉल केथेड्रल में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कर क्रिसमस की खुशियां मनाई गई. पास्ट्रेट कोर्ट के अध्यक्ष जॉन राजेश पॉल और सचिव केनस नायक ने मुख्यमंत्री बघेल को ‘‘छत्तीसगढ़ी बाइबिल: नवा नियम‘‘ की प्रति भेंट की. मुख्यमंत्री ने बाइबिल के राजभाषा छत्तीसगढ़ी में अनुवाद की जानकारी मिलने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए जॉन राजेश पॉल को बधाई और शुभकामनाएं दी.
इस अवसर पर खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, छत्तीसगढ़ राज्य गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष और विधायक कुलदीप जुनेजा, छत्तीसगढ़ राज्य अल्प संख्यक आयोग के अध्यक्ष महेन्द्र छाबड़ा, विधायक डॉ. रेणु जोगी, नगर निगम रायपुर के सभापति प्रमोद दुबे, छत्तीसगढ़ डायसिस के बिशप राबर्ट अली, पादरी अजय मार्टिन, प्रथम महिला डॉरथी अली, डीकन मर्कुश केजु, सेवक अब्राहम दास और इस्माइल मसीह, चर्च कोर्ट के अध्यक्ष जॉन राजेश पॉल, सचिव केनस नायक, चर्च के सचिव आशीष अनुराग सालोमन सहित पास्ट्रेट कमेटी, महिला सभा और संडे स्कूल के पदाधिकारी तथा मसीही समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे.