लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इन दिनों लाउडस्पीकर को लेकर बवाल खड़ा हो गया है। इसके बाद प्रशासन ने अब बड़ा फैसला लिया है।

इलाहाबाद की एक मस्जिद के लाउडस्पीकर से होने वाली अजान को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासत गरम है। लाउडस्पीकर की आवाज से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की कुलपति की नींद में खलल पड़ने के बाद उनकी शिकायत से प्रशासन चौकन्ना हो गया है। अब ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए प्रयागराज के जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए प्रयागराज के आईजी ने सभी जिलों के एसपी को इस बाबत चिट्ठी जारी की है।

आईजी ने लिखी चिट्ठी

प्रयागराज के आईजी ने रेंज के सभी कप्तानों को लिखी चिट्ठी में कहा है कि रात दस बजे से सुबह छह बजे तक धार्मिक या सार्वजनिक स्थल पर लाउस्पीकर पर रोक संबंधी आदेश का सख्ती से पालन कराया जाए। गौरतलब है कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने उनके आवास के पास स्थित मस्जिद से होने वाली अजान की आवाज से नींद में खलल की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद ध्वनि प्रदूषण को रोकने को लेकर प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
मालूम हो कि चैन की नींद लेने के लिए शांत माहौल का होना अति आवश्यक है। ध्वनि प्रदूषण से नींद पूरी न होने पर लोग कई तरह की बीमारियों के शिकार होते हैं। प्रयागराज के एक ऐसे ही चर्चित मामले में इलाहाबाद विवि की कुलपति द्वारा एक धर्मस्थल से रोज अल सुबह आती तेज आवाज से उनकी नींद खराब होने की शिकायत के बाद वहां के आइजी ने रेंज में कहीं भी रात में लाउडस्पीकर बजाने पर सख्ती से प्रतिबंध लगा दिया।