लखनऊ. उत्तर प्रदेश में गजब का माहौल है. मंत्री, विधायक के बाद अब लखनऊ की मेयर को भी शिकायत है कि अफसर काम नहीं करना चाहते. औचक निरीक्षण में आज कई अफसर ऑफिस पहुंचे ही नहीं थे. शिकायत आ रही है काम नहीं कर रहे. इस पर मेयर सुषमा खरकवाल ने कहा है कि वे इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत करेंगी.
मेयर ने कहा कि बहुत दिनों से जनता की शिकायतें आ रही थी. फोन आ रहे थे कि जब वे नगर निगम कार्यालय पहुंचते हैं तो कोई कुर्सी पर नहीं मिलता है. हमारे काम फंसे हुए हैं. मेयर ने बताया कि आज एक पेंशन वाले भी ऑफिस आए थे. उनकी शिकायत थी कि दो साल से लगे हुए हैं फिर भी अब तक पेंशन नहीं मिली है. काफी शिकायतें मिलने के बाद आज मैं 10.40 बजे नगर निगम पहुंची. मैंने पाया कि वहां पर नगर आयुक्त के अलावा कोई भी नहीं था. जबकि चार अपर आयुक्त हैं लेकिन इनमें से कोई भी मौजूद नहीं थे. चार पीसीएस हैं चारों गायब.
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मेयर ने कहा कि अब मैं नगर आयुक्त को स्पष्ट आदेश पत्र भेज रही हूं कि ये सभी अधिकारी कहां थे, किस मीटिंग में थे, किस विभाग की मीटिंग में थे, विभागाध्यक्ष सहित सारी जानकारी मुझे चाहिए. ताकि पता चल सके कि ये अधिकारी वाकई किसी मीटिंग में थे या और कहीं थे.
मुख्यमंत्री से शिकायत करूंगी- मेयर
मेयर ने खुले में दस्तावेज रखे रहने पर भी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि कोई अधिकारी ये नहीं समझता कि मैं इन डॉक्यूमेंट्स को संभालकर रखूं. कई चीजें निगम के कर्मचारियों को मालूम नहीं होती है और बाहर के लोग बताते हैं कि ये डॉक्यूमेंट है. अभी मैनें रिपोर्ट मांगी की गोपनीय चीजें बाहर कैसे जा रही हैं तो कह रहे हैं हम नहीं जानते. ये गलत है. आप अगर नौकरी करते हैं, हम लोगों को जनता की जवाबदारी है. उनके टैक्स से आपको तन्ख्वाह मिलती है. तो आपको इमानदारी से काम करना चाहिए. फिलहाल मैनें इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है. तय समय पर जवाब नहीं आया तो मैं मुख्यमंत्री से शिकायत करूंगी.
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