लखनऊ. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार को वीरांगना ऊदा देवी के बलिदान दिवस पर उनकी प्रतिमा के अनावरण एवं स्वाभिमान समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने ऊदा देवी की प्रतिमा का अनावरण किया और पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि ऊदा देवी जी ने अप्रतिम पराक्रम और अदम्य साहस से न सिर्फ अंग्रेजी सेना को धूल चटाई, बल्कि राष्ट्र प्रेम का ऐसा मानक स्थापित किया है जो अनंत काल तक भारत के हर नागरिक को प्रेरित करता रहेगा. उन्होंने अकेले ही 36 अंग्रेजी सैनिकों को मारकर बता दिया कि जब-जब भारत की ओर कोई आंख उठाकर देखेगा तो भारत की हर बेटी भी उसका डटकर मुकाबला करेगी.

राजनाथ ने कहा कि जब अंग्रेजों की एक बटालियन से लड़ते हुए ऊदा देवी शहीद हुईं तब उनके मृत शरीर को देखकर ब्रिटिश अधिकारी भी उनके प्रति सम्मान में झुक गए थे. उस समय के अंग्रेज अधिकारी कैप्टन डॉसन ने अपना हैट (कैप) हटाकर उन्हें सैल्यूट किया था. ऊदा देवी की कहानी ने आजादी की लड़ाई में महिलाओं की भूमिका को रोशन किया है. वे हमें याद दिलाती है कि यदि महिलाएं बंदूक का उपयोग कर सकती हैं, युद्ध में लड़ सकती हैं, और ब्रिटिश सैनिकों को मार सकती हैं, तो वे किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं है.

इसे भी पढ़ें : सीएम योगी ने पत्रकारों को दी ‘राष्ट्रीय प्रेस दिवस’ की बधाई, कहा- सत्य, संवेदनशीलता और पारदर्शिता के प्रति आपका समर्पण समाज को नई दिशा देता है

रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि उदा देवी को न केवल उनकी वीरता के लिए याद किया जाएगा, बल्कि एक ऐसी लीडर के रूप में भी याद किया जाएगा जिन्होंने दलित समाज से आने वाली महिलाओं को ब्रिटिश शासन के खिलाफ हथियार उठाने के लिए संगठित किया. भारत की नारी शक्ति स्वदेश और स्वधर्म की रक्षा के लिए कभी भी किसी से पीछे नहीं रही है. आज सैनिक स्कूलों के दरवाजे लड़कियों के लिए खुले हैं. भारतीय महिलाएं सियाचिन की ऊंचाइयों से लेकर समंदर की गहराइयों तक देश की सुरक्षा चक्र को और भी मजबूत कर रही हैं. अभी हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान महिला पायलटों और महिला सैनिकों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. मैं यह निसंकोच कह सकता हूं कि भारत की आन-बान-शान की रक्षा के लिए भारत की हर बेटी ऊदा देवी बन सकती है.

पीएम मोदी ने की थी जनजातीय गौरव दिवस मनाने की घोषणा- रक्षा मंत्री

राजनाथ सिंह ने कहा कि जनजातीय समुदाय के बलिदान, संस्कृति और विरासत को सभी के सामने लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जनजातीय गौरव वर्ष मनाने की घोषणा भी की गई थी. इससे यह सुनिश्चित हुआ है कि जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत के बारे में हमारे देश के लोग जान पा रहे हैं. हमारा हमेशा से ध्येय रहा है कि दलित समाज के नायकों को सब लोग जानें. जिससे समाज में एकता बढ़े. विश्वास बढ़े. एक दूसरे के लिए सम्मान बढ़े. ये हमारा सौभाग्य है कि हमें बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर से जुड़ी जगहों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का मौका मिला.

इसे भी पढ़ें : मथुरा पहुंची धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा : घुसपैठियों पर साधा निशाना, मुसलमानों से अपील कर कहा- युवाओं को आतंकवादी डॉक्टर नहीं, अब्दुल कलाम जैसा बनाना चाहिए

मुख्यमंत्री के कार्यों को सराहा

राजनाथ सिंह ने सीएम योगी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि ‘मैं उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी का अभिनंदन भी करना चाहूंगा. जो काम उस समय ‘वो’ लोग नहीं कर पाए, इस समय हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं. हमारी उत्तर प्रदेश सरकार ने और हमारे यहां के यशस्वी, लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पासी समाज के वीरों और वीरांगनाओं को पाठ्यक्रम में हिस्सा बनाए जाने का जो फैसला किया है. उसके लिए मैं आप सब की तरफ से उनका अभिनंदन करना चाहता हूं, उनको बधाई देता हूं. बहराइच में महाराजा सुहेलदेव जी का भव्य स्मारक बनाया गया है, ऐसा ही एक भव्य स्मारक महाराजा बिजली पासी जी का लखनऊ में भी बनने जा रहा है. मुख्यमंत्री ने जो यह फैसला किया है, इसकी भी सराहना की जानी चाहिए.