लुधियाना. मंडियों में पड़ा धान किसानों का दुख का कारण बन गया है। अपने रोष को प्रकट करने के लिए किसान लगातार हाईवे पर बैठे हुए नजर आ रहे हैं। बीते दिन उन्होंने हाइवे पर धरना दिया था और अब इसके बाद आज भी किसान धरने पर बैठे हैं। धरने के कारण लोगों को आने जाने में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और हाईवे पर लंबा जाम लग गया है। पुलिस व्यवस्था को संभालने के लिए वहां पर तैनात है लेकिन फिर भी रूट डायवर्ट करने में उन्हें भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर धरना कर रहे हैं और किसी भी तरह अपनी मांग को मनवाने के लिए यातायात को प्रभावित कर रहे हैं।किसान संगठन जालंधर को लुधियाना से जोड़ने वाले हाईवे पर 21 अक्टूबर को 2 जगह धरना दिया। किसान आज 10 बजे से हाईवे का ट्रैफिक रोक दिया। सबसे पहले 10 बेज धन्नोवाली रेलवे फाटक के सामने हाईवे बंद करके धरना शुरू किया गया। इसके बाद 11 बजे फगवाड़ा में चीनी मिल के सामने धरना पर बैठे हैं।

बिगड़ते हालात को देखते हुए मौके पर पुलिस भी मौजूद है, जो ट्रैफक के साथ साथ यात्रियों को भी शांत करने का काम कर रही है। भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के मुख्य प्रवक्ता और दोआबा प्रभारी जत्थेदार कश्मीर सिंह जंडियाला द्वारा आज जालंधर लुधियाना हाईवे जाम किया है।

धरने के दौरान हाईवे के वैकल्पिक रास्ते

  • जालंधर सिटी से एलपीयू: कैंट का रास्ते पकड़ें। जालंधर सिटी से कैंट में प्रवेश करके परागपुर के जरिए एलपीयू जाएं।
  • लद्देवाली एरियाः यहां से लोग तलहण, सलेमपुर होकर रेलवे अंडरपास से परागपुर गांव के सामने हाईवे पर पहुंच सकते हैं।
  • लुधियाना से लोग फिल्लौर से नकोदर का रूट पकड़ सकते हैं। सेंट्रल सिटी में आने के लिए इसी रूट से जालंधर कैंट की तरफ मुड़ना होगा।