Lunar Eclipse 2023 : इस साल का अंतिम चंद्र ग्रहण 28-29 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा की रात यानी आज लगेने वाला है. यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा. इसके अलावा ये ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी प्रशांत महासागर और रूस के पूर्वी भाग में दिखाई होगा.
भारतीय मानक समयानुसार, चंद्र ग्रहण का बिल्कुल शुरुआती चरण 28 अक्टूबर की रात 11.30 बजे से आरंभ हो जाएगा और देर रात 2 बजकर 24 मिनट पर खत्म होगा. चंद्र ग्रहण का 01 बजकर 05 मिनट पर स्पर्श, रात्रि 01 बजकर 44 मिनट पर मध्य काल और इसका मोक्ष रात्रि 02 बजकर 24 मिनट पर होगा. Read More – Karwachauth 2023 : करवाचौथ पर चाहिए साफ ग्लोइंग Skin, तो अभी से लगाना शुरू करें मेथी दाना का मास्क …
यानी भारत में संपूर्ण ग्रहण काल चार घंटे और चौबीस मिनट (4.24 घंटे) का होगा. अगर चंद्र ग्रहण के सबसे महत्वपूर्ण और ग्रहण के चरम काल की बात की जाए तो ये 29 अक्टूबर की रात 1 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर 2 बजकर 24 मिनट पर खत्म होगा यानी ये एक घंटा 19 मिनट का होगा.
चंद्र ग्रहण(Lunar Eclipse 2023) : आपकी राशि के अनुसार ज्योतिषीय उपाय
मेष- इन लोगों पर इसका असर ज्यादा पड़ेगा क्योंकि चंद्र ग्रहण इनकी ही राशि में लगेगा. इन लोगों को ग्रहण के दौरान इस चंद्र मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए. “ओम श्राम श्रीम श्रोम सह चंद्रमसे नमः”. वे इस प्रक्रिया को कई बार दोहरा सकते हैं.
वृषभ – इन लोगों को इस दौरान विष्णु सहस्त्रनाम या श्री हरि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए और भगवान विष्णु का ध्यान करें और उनसे प्रार्थना करें कि चंद्र ग्रहण के सभी बुरे प्रभावों को दूर करें.
मिथुन – मिथुन राशि के जातकों को एक उपाय करना चाहिए कि वे एक पानी से भरा नारियल लें और इस नारियल को अपने सिर के चारों ओर एंटी क्लॉक वाइज घुमाएं और फिर इसे बहते पानी में छोड़ दें. ऐसा कभी भी किया जा सकता है यहां तक कि सूतक काल में भी. इससे उन्हें इसके बुरे प्रभावों से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी.
कर्क – इन लोगों पर चंद्र ग्रहण का बुरा प्रभाव अवश्य पड़ता है क्योंकि इस राशि का स्वामी चंद्रमा है और जब चंद्रमा प्रभावित होता है तो ये लोग स्वत: ही इससे प्रभावित हो जाते हैं. उन्हें इस अवधि के दौरान महा मृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए और अपने दिमाग को शांत और आराम देने की कोशिश करें. Read More – द कश्मीर फाइल्स के बाद अब विवेक अग्निहोत्री लाने वाले हैं नई फिल्म Parva, कहानी महाभारत पर होगी आधारित …
सिंह- सिंह राशि वालों को जितना हो सके हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. यह पूरी तरह से व्यक्ति पर निर्भर करता है लेकिन यह 11 गुना से अधिक होना चाहिए. भगवान हनुमान जी से प्रार्थना करें कि वह सभी नकारात्मक ऊर्जा को आपसे दूर रखें.
कन्या – कन्या राशि के लोग भी इस घटना से प्रभावित होंगे इसलिए उन्हें अपने मन पर नियंत्रण रखना होगा और इस अवधि के दौरान महा मृत्युंजय मंत्र या ओम नमः शिवाय का जाप करें.
तुला- तुला राशि वालों को चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद ब्राह्मण को तिल का दान करें और सभी प्रकार की नकारात्मकता को दूर करने के लिए नरसिम्हा मंत्र का जाप करें.
वृश्चिक – इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव इन लोगों पर पड़ेगा इसलिए इन्हें चंद्र ग्रहण के दौरान गंजेंद्र मोक्ष पाठ का पाठ करना चाहिए. यह चंद्र ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों को दूर करेगा.
धनु- धनु राशि वालों को शरद पूर्णिमा के दिन जरूरतमंद और गरीब लोगों को भोजन कराना चाहिए. उन्हें भोजन और पानी देने की सलाह दी जाती है.
मकर राशि – मकर राशि वालों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है इसलिए उन्हें इस विशेष दिन भगवद गीता का पाठ करना चाहिए और चंद्र मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए.
कुंभ – कुंभ राशि वाले अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें और चंद्र ग्रहण से पहले चंद्रमा को जल चढ़ाएं. पंचामृत तैयार करें और इस पंचामृत को जल में डालें और फिर चंद्रमा को अर्घ्य दें.
मीन- मीन राशि वालों को अपने मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहना चाहिए. चंद्र ग्रहण के दौरान उन्हें दूध और दही से परहेज करना चाहिए. उन्हें कई बार राम रक्षा स्तोत्र का जाप करने और भगवान राम का आशीर्वाद लेने चाहिए.
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