Lunar Eclipse 2023: आज भारत में चंद्र ग्रहण लगने वाला है. 28 अक्टूबर की रात को शुरू होने वाला ये ग्रहण 29 अक्टूबर की रात में भी प्रवेश करेगा और काफी समय तक रहेगा. यह आंशिक ग्रहण होगा, यानी चंद्रमा का छोटा सा हिस्सा ही ग्रहण के प्रभाव में आएगा. चंद्र ग्रहण तब लगता है जब धरती सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती है. ऐसी स्थिति में सूर्य की रोशनी को धरती रोक लेती है. आइए जानते हैं चंद्र ग्रहण 2023 को किन देशों में देखा जा सकेगा और कैसे लाइव देखा जा सकेगा.

इस समय शुरु होगा ग्रहण

इसकी शुरुआत रात 1 बजकर 5 मिनट पर होगी इसलिए इसका सूतक काल 9 घंटे पहले यानी आज शाम 04 बजकर 05 मिनट से शुरू हो जाएगा. यह एक खंडग्राह चंद्र ग्रहण होगा. दरअसल जब पृथ्वी की छाया चंद्रमा के कुछ भाग पर पड़ती है तो इसे खंडग्रास यानि आंशिक चंद्र ग्रहण कहते हैं. ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण लगना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. यह ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगने जा रहा है.

अगर आप यह सोच रहे हैं कि आप चंद्रग्रहण को लाइव कैसे देख सकते हैं तो यहां हम आपको बताएंगे कि आप चंद्रग्रहण को घर बैठे अपने मोबाइल और लैपटॉप पर आसानी से लाइव कैसे देख सकते हैं.

चंद्र ग्रहण 2023 कैसे देखें लाइव

अगर आप चंद्र ग्रहण को लाइव देखना चाहते हैं तो इसका समय हमने आपको बता दिया है. इंटरनेट पर भी इसे लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए दिखाई दिया. Time and Date के यू-ट्यूब चैनल पर चंद्र ग्रहण को लाइव देखा जा सकेगा जिसका लिंक यहां पर दिया जा रहा है. इसके अलावा चंद्र ग्रहण को देखने के लिए आप TimeandDate.com पर भी विजिट कर सकते हैं. Virtual Telescope Project पर भी इसे लाइव दिखाया जाएगा और Griffith Observatory के यूट्यूब चैनल पर इसका लाइव 11.30 बजे से शुरू हो जाएगा. वहीं भारत की बात करें तो ग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव 1 बजकर 6 मिनट से लेकर 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगा. दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, कोलकाता, वाराणसी, कानपुर, लखनऊ समेत भारत के कई शहरों में ये दिखाई देगा.

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शरद पूर्णिमा पर ग्रहण का साया और मान्यताएं

ग्रहण के चलते आज शरद पूर्णिमा का उत्सव नहीं मनाया जा सकता है क्योंकि शरद पूर्णिमा पर ग्रहण का साया रहेगा. ग्रहण के चलते रात को खीर नहीं बनाई जा सकती है और न ही खुले आसमान के नीचे रखी जाएगी. ग्रहण के बाद खीर को रखा जा सकता है. ऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं. भगवान श्रीकृष्ण शरद पूर्णिमा की रात को महारास करते हैं और शरद पूर्णिमा की रात को खीर रखने की परंपरा है.

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