Sharadiya Navratri 2025 Maa Kushmanda. पूरे भारतवर्ष में धूमधाम से शारदीय नवरात्र का पर्व मनाया जा रहा है. मंदिरों में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा हुआ है. लोग भक्ति-भाव के साथ मां भगवती की पूजा-आराधना में लगे हुए हैं. आज नवरात्र का चौथा दिन है. आज मां के चौथे स्वरूप, माता कुष्मांडा की पूजा की जाती है. उत्तर प्रदेश के कानपुर में मां कुष्मांडा का प्राचीन मंदिर है. कहा जाता है कि ये माता कुष्मांडा को समर्पित एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां माता पिंडी रूप में विराजी हैं.

धर्म ग्रंथों के अनुसार मां कुष्मांडा अष्टभुजी हैं. जिसमें माता कमंडल, धनुष, बाण, कमल का फूल, अमृत कलश, चक्र, गदा और जप माला धारण किए हुए हैं. मां सिंह की सवारी करती हैं. उनका यह स्वरूप शक्ति, समृद्धि और शांति का प्रतीक माना जाता है. इससे इतर कानपुर में मां कुष्मांडा पिंडी स्वरूप में विराजमान हैं. वैसे तो नवरात्र के नौ दिनों में यहां पर विशेष अनुष्ठान होते हैं. लेकिन चतुर्थी पर यहां पर विशेष पूजा-अर्चना की जाती है.
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घाटमपुर तहसील के एनएच-86 के किनारे स्थित मां कूष्मांडा देवी का मंदिर काफी प्राचीन मंदिर है. माता की पिंडी से जो जल रिसता रहता है. लेकन ये जल कहां से आता है ये रहस्य बनकर रह गया है. मां कूष्मांडा देवी को कुड़हा देवी के नाम से भी जाना जाता है. नवरात्र में हर साल यहां पर भव्य मेले का आयोजन किया जाता है और इस मेले को देखने के लिए लाखों की संख्या में हर वर्ष भक्त यहां पर आते हैं.
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