रायपुर। वर्ष 2009 में राजनांदगांव जिले के मदनवाड़ा में हुए नक्सली हमला मामले में राज्य सरकार ने जस्टिस शम्भूनाथ श्रीवास्तव की अध्यक्षता में न्यायिक जाँच आयोग का गठन कर दिया है. जस्टिस शंभूनाथ श्रीवास्तव छत्तीसगढ़ में प्रमुख लोकायुक्त रह चुके हैं. जाँच के लिए सरकार की ओर से कुछ बिंदू तय कि हैं जिस पर जाँच होगी.
ये हैं जाँच के बिंदु…
- घटना किन परिस्थितियों में हुई?
- क्या घटना को घटित होने से बचाया जा सकता था?
- सुरक्षा निर्धारित प्रक्रियाओं और निर्देशों का पालन किया गया था?
- किन परिस्थितियों में एसपी और सुरक्षाबलों को अभियान में भेजा गया?
- हमले के बाद क्या एक्शन लिए गए, अतिरिक्त बल भेजा गया या नहीं?
- मुठभेड़ में माओवादियों को हुए नुकसान और उनके मरने और घायल होने की जांच
- सुरक्षा बल किन परिस्थितियों में घायल हुए अथवा मरे
- क्या घटना को रोका जा सकता था?
- घटना से पहले, उस दौरान और बाद में कौन से मुद्दे इससे संबंधित थे?
- राज्य और केंद्रीय फोर्स के बीच तालमेल था या नहीं?
आपको बता दें कि मदनवाड़ा में हुए नक्सली हमले में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक IPS विनोद कुमार चौबे सहित 29 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस घटना के बाद सूचना तंत्र और एसपी को बगैर पर्याप्त सुरक्षा और तथाकथित परिस्थिति बताकर भेजे जाने को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं. सवाल तत्कालीन दुर्ग आईजी निलंबित IPS मुकेश गुप्ता को लेकर उठते रहे हैं.