न्यामुद्दीन अली,अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का मामला सामने आया हैं। यहां आदिवासी बच्चियों के 12वी उत्तीर्ण होने के बाद भी उनकी मार्कशीट नहीं दे रहे हैं। जिससे छात्राओं का एडमिशन नहीं हो पा रहा है, जिसके चलते छात्राओं का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है।
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एक और जहां सरकार अच्छी शिक्षा सुविधा देने का हर संभव प्रयास कर रही हैं। वहीं दूसरी ओर शिक्षक उनके इस प्रयास को विफल करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। अनूपपुर जिले के अमरकंटक ताप विद्युत चचाई के अधीन संचालित आरसीईएम स्कूल के मैनेजमेंट के खिलाफ शिकायत की गई हैं। स्कूल में मैनेटमेंट एवं व्याख्याता की मिलीभगत से स्कूल में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है।
शिकायत में लिखा है कि, स्कूल की मनमानी होने के कारण स्नेहल वर्मा की 12 वीं उत्तीर्ण होने के बावजूद उनकी मार्कशीट नहीं दिया गया है। जिसके कारण उनका एडमिशन नहीं हो पा रहा हैं। पीड़ित ने कार्रवाई की मांग की गई है। शिकायत में बताया गया कि आर. सी. ई. एम. स्कूल चचाई के असंवेदनशील मैनेजमेंट एक दलित विरोधी साबित हो गया है।
बता दें कि, गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार की दलित बेटी को मार्कशीट नहीं दी गई हैं। जिसके कारण वो इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन नहीं ले पा रही हैं। प्रवेश के लिए उसे अंकसूची, टी. सी. जरुरत है जिसकी वो मांग कर रही है।
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जरूरी डॉक्यूमेंट नहीं मिलने से दलित वर्ग की बेटी इंजीनियरिंग की पढ़ाई से वंचित हो रही है। चचाई पॉवर प्लांट के कुछ अधिकारी जो आर.सी.ई.एम. स्कूल का मैनेजमेंट देखते उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। इसके साथ ही उन्होंने चेतवनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नही तो वे उग्र आंदोलन करेंगी।
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