भोपाल। एमपी गजब है, सबसे अजब है. टाइगर स्टेट, तेंदुआ स्टेट, वल्चर स्टेट और घड़ियाल स्टेट के बाद चीता स्टेट भी मध्यप्रदेश बन गया है. भारत में 70 साल बाद फिर से चीता युग की शुरुआत हो गई है. नामीबिया से 8 चीते श्योपुर के कूनो पापुलर सेंचुरी नेशनल पार्क पहुंच गए हैं. जिसमें 3 नर और 3 मादा चीते शामिल हैं. जिन्हें पीएम मोदी बाड़े में छोड़ेंगे.

मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा बाघ 526 है. सबसे ज्यादा तेंदुए 3421 है. प्रदेश में 30% से अधिक जंगल हैं. राष्ट्रीय उद्यान 10 और टाइगर रिजर्व 6 है. 25 वन्य जीव अभ्यारण भी है. इसके साथ ही घड़ियाल और वल्चर भी मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा है.

70 साल बाद नामीबिया से ग्वालियर, फिर कूनो सेंचुरी पहुंचे 8 चीते: पीएम मोदी बाड़ों में छोड़ेंगे, छत्तीसगढ़ में आखिरी बार दिखे थे चीते, देखें PHOTO-VIDEO

बता दें कि 75 साल पहले वर्ष 1947 में देश में आखिरी बार चीता देखा गया था. छत्तीसगढ़ में कोरिया के महाराजा ने 3 चीता शावकों का एक साथ शिकार किया था. वर्ष 1952 में भारत सरकार ने चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया था. इसके बाद आज 17 सिंतबर को देश में फिर से चीतों की वापसी हुई है.

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भारत में वर्ष 1952 से विलुप्त घोषित ‘चीता’ वर्ष 2022 में दोबारा पुनर्स्थापित हुआ है. इसके पूर्व चीता पुनर्स्थापना के लिए केन्द्र और राज्य सरकार के साथ अंतर्राष्ट्रीय चीता विशेषज्ञों की चर्चा हुई. प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि भारतीय वन्य जीव संस्थान (वाईल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट) ने भारत में चीता पुनर्स्थापना के लिए किये गये संभावित क्षेत्रों के सर्वेक्षण में देश में चयनित 10 स्थान में से प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान को सर्वाधिक उपयुक्त पाया.

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