भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपनी प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इसमें 39 उम्मीदवारों के नाम शामिल है। खास बात यह है कि इस सूची में तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को टिकट दिया गया है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को मुरैना की दिमनी सीट, प्रहलाद पटेल को नरसिंहपुर और फग्गन सिंह कुलस्ते को मंडला के निवास विधानसभा से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर विधानसभा क्रमांक 1 से टिकट मिला है। प्रत्याशियों बनाए जाने के बाद नेताओं के लगातार बयान सामने आ रहे है। आइए जानते हैं किस नेता ने क्या कहा है…
राकेश सिंह ने कहा- विकास की लड़ाई रहेगी जारी
सांसद राकेश सिंह को जबलपुर पश्चिम से विधानसभा से उम्मीदवार बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने तय किया था सांसद का चुनाव लड़ना है। विधानसभा चुनाव लड़ाने का फैसला भी पार्टी का है। हर निर्णय का स्वागत है। विधायक बनने के बाद भी विकास की लड़ाई जारी रहेगी। लोकसभा में मैने जो भूमिका निभाई है अब वो कोइ और निभाएगा। मेरे लिए सिर्फ़ जबलपुर की पश्चिम सीट ही नहीं बल्कि जबलपुर की आठों सीट इंपॉर्टेंट है। पार्टी कहेगी तो दूसरी विधानसभा में भी प्रचार करूंगा।
उन्होंने कहा कि पश्चिम विधानसभा में जो जिम्मेदारी मिली है वो पूरी करूंगा। कांग्रेस के सवाल पर कहा कि बीजेपी के पास नेता और प्रत्याशियों की कोई कमी नहीं है। जिस तरह से भाजपा ने सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को टिकट दिया है वो कांग्रेस कभी नहीं कर सकती। जन आक्रोश में कांग्रेस के लोगों का गुस्सा निकलकर आ रहा है। मेरी विधानसभा में सीएम का रूट मैंने तय नहीं किया, फ्लाईओवर के लोकार्पण के लिए जरूर सीएम को बुलाया है।
बीजेपी की है विशेष रणनीति- गणेश सिंह
सांसद और सतना विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी गणेश सिंह ने कहा कि ये बीजेपी की विशेष रणनीति का हिस्सा है। हर कार्यकर्ता की भूमिका पहले से तय है। उन्होंने कहा कांग्रेस अप्रत्याशित सूची से परेशान है, तभी कांग्रेस अनाप-शनाप बयान दे रही है, उनकी नैया डूबने वाली है।
गणेश सिंह ने 2023 में सांसदों के टिकट और 2024 लोकसभा चुनाव में असर को लेकर कहा कि 2024 नहीं 2023 में जीत हमारी प्राथमिकता है। तीसरी बार मोदी सरकार बनना तय है। फिलहाल पांच राज्यों की जीत पर फोकस किया जा रहा है। सूची में 3 केंद्रीय मंत्री और सीएम इन वेटिंग को लेकर कांग्रेस के दावे और सवाल पर उन्होंने कहा कि हर कार्यकर्ता की भूमिका संगठन तय करता है। संगठन का उद्देश्य सरकार बनाना है फिर किसकी क्या भूमिका होगी यह केंद्रीय संगठन तय करेगा।
मंडला ही नहीं पूरा महाकौशल जीतेंगे- फग्गन सिंह
मंडला के निवास से टिकट मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि विधानसभा का टिकट देना पार्टी का फैसला है। पार्टी जो भी फैसला करें उसका स्वागत है। टिकट देने से पहले संगठन से एक बार चर्चा हुई थी। केंद्रीय मंत्री और सांसदों को विधानसभा का चुनाव लड़ाना सरकार का नहीं पार्टी का निर्णय होता है। पार्टी बहुत सोच समझ कर निर्णय करती है।
फग्गन सिंह ने कहा कि 2018 के चुनाव में हमको बहुत नुकसान हुआ था, लेकिन इस बार नहीं होगा। 2018 के चुनाव में आदिवासी कांग्रेस के झूठे प्रलोभन में फंस गए थे। इस बार पूरा आदिवासी समाज सरकार और भाजपा के साथ है। वहीं कमलनाथ के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे पास कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों की कमी नहीं है। 15 महीने की कमलनाथ सरकार ने अपनी तासीर बता दी थी, मंडला ही नहीं पूरा महाकौशल जीतेंगे।
विकास के मुद्दे पर लड़ेंगे चुनाव- हीरेंद्र सिंह बंटी
हाईप्रोफाइल विधानसभा सीट राघोगढ़ से हीरेन्द्र सिंह बंटी को टिकट दिया गया है। हीरेन्द्र सिंह बंटी कांग्रेस का साथ छोड़कर ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी से जुड़े थे। उन्होंने 4 दिसंबर 2021 में भाजपा का दामन थामा था।
वर्तमान की बात करें तो हीरेन्द्र सिंह भाजपा के जिला उपाध्यक्ष हैं। उनकी राजनतिक पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो वे 2000-05 तक राघोगढ़ के जनपद पंचायत सदस्य रहे। वहीं 2008-19 तक शक्कर कारखाने के संचालक रहे। हीरेन्द्र सिंह का कहना है कि कांग्रेस की घेराबंदी केवल विकास के मुद्दे पर करेंगे। लोगों की मांग विकास, हम उसी मुद्दे पर चुनाव लडेंगे।
रीती पाठक बोलीं- केदारनाथ का विरोध करना ही मेरे लिए आशीर्वाद
सांसद और सीधी विधानसभा प्रत्याशी रीती पाठक का बड़ा बयान सामने आया है। वर्तमान विधायक केदारनाथ शुक्ला को लेकर कहा कि उनका विरोध करना ही मेरे लिए आशीर्वाद होगा। वहीं जवाब में विधायक ने कहा कि रीती पाठक इस आशीर्वाद को चुनाव में भुना लेंगी। बता दें केदारनाथ शुक्ला को टिकट नहीं मिलने पर वे पार्टी से नाराज चल रहे है। केदारनाथ शुक्ला लगातार 3 बार से विधायक है।
विश्वास पर खरा उतरेंगे- अरुण भीम
शाजापुर विधानसभा से भाजपा ने एक बार फिर पूर्व विधायक अरुण भीम को मौका दिया है। 2013 से लेकर अब तक बीजेपी ने तीन बार अरुण भीमावत को प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि 2013 में अरुण भीमावत चुनाव जीते थे, वहीं 2018 में 44 हजार से अधिक मतों से वह चुनाव हार गए थे।
2023 के चुनाव के लिए बीजेपी की 39 प्रत्याशियों की सूची में शाजापुर विधानसभा में एक बार फिर अरुण भीमावत पर भरोसा जताया है। प्रत्याशी अरुण भीमावत में बताया कि प्रदेश और केंद्र के नेतृत्व में उन पर भरोसा जताया गया है। उनके विश्वास पर वे खरा उतरेंगे। इसके साथ ही तराना क्षेत्र की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि यहां पर भाजपा ने ताराचंद गोयल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। शाजापुर के साथ-साथ तराना विधानसभा क्षेत्र में पार्टी मजबूत स्थिति में है।
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