राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में 3 महीने से भी कम का समय बचा है। जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे वैसे पार्टियों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। इसी कड़ी में कांग्रेस अपने 66 चेहरे बदलेगी। इसके लिए कल यानी 12 सितंबर को दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक अंतिम मुहर लगेगी।
इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पिछली गलतियों से सबक लेते हुए टिकट पैटर्न बदलने जा रही है। सत्ता में रहकर हर बार ज्यादातर मंत्री और विधायकों को दोहराती आ रही पार्टी इस बार 66 नए चेहरों को टिकट देने की कोशिश में है।
यह रहेगें टिकट के 5 बड़े पैरामीटर
- 50 प्रतिशत युवाओं को टिकट, महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी।
- जिस सीट पर लगातार एक ही परिवार को टिकट मिलता आ रहा वहां बदलाव संभव।
- लगातार दो बार चुनाव हारने वालों को टिकट नहीं, नए लोगों को मिलेगा मौका।
- किसी बड़े नेता की टिकट में सिफारिश नहीं चलेगी, सर्वे में जो जिताऊ उसी को टिकट।
- भ्रष्टाचार के आरोपों और विवादों से घिरे विधायकों को टिकट नहीं।
बतादें कि पहले दौर के मंथन में पुराने 66 चेहरे बदलना तय है। इसके लिए कल 12 सितंबर को दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक 103 नाम पर अंतिम मुहर लग सकती है। वहीं कल के बाद से कभी भी सूची जारी हो सकती है। जिन सीटों पर कांग्रेस लगातार हार रही है वहा नए चेहरों को अब मौका मिलेगा। वहीं लगातार तीन बार हारे नेताओं को टिकट नहीं दिया जाएगा।
मंगलवार यानी 12 सितंबर को भोपाल दिल्ली तक कांग्रेस में टिकिट को लेकर मैराथन बैठक होगी। इस बैठक में कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल शामिल होंगे। मिली जानकारी के अनुसार आज दोपहर बाद सभी नेता एक साथ दिल्ली के लिए रवाना होंगे। जिसके बाद शाम 6 बजे दिल्ली मे पहले फेस में 103 नामों पर टिकिट को लेकर मंथन होगा। जिसमें लगातार हारने वाली 66 सीटें भी शामिल होगी।
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