मनीषा त्रिपाठी, भोपाल। देशभर में टीबी के खिलाफ महाअभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में हर वार्ड के चिकित्सकों को टीबी प्रिवेंटिव थैरेपी के लिए प्रशिक्षण देंगे। इसमें रोगी के परिवार के लोगों को 6 महीने तक क्षय रोग की प्रतिरोधी दवा आयु के हिसाब से दी जाएगी।

टीबी के खिलाफ चल रहे महाअभियान में विभाग के साथ समाजसेवी संस्थाओं के द्वारा भी निरंतर प्रयास किया जा रहा है। हमीदिया अस्पताल में अब इसके लिए टीबी प्रिवेंटिव थैरेपी (TPT) कार्यक्रम शुरू किया जाएगा, जिनमें किसी भी तरह से टीबी को हराया जा सकता है।

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गांधी मेडिकल कालेज के डीन ने बताया कि हमीदिया के सभी विभाग के प्रभारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा। अभी बाहर से प्रशिक्षण प्राप्त कर के चिकित्सक लौटे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें क्षय रोगी के परिवार के लोगों को छह महीने तक क्षय रोग की प्रतिरोधी दवा आयु के हिसाब से दी जाती है। इसके साथ ही क्षय रोग को समाप्त करने में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही सामाजिक संगठनों, आम जन, प्राइवेट चिकित्सकों और अन्य लोगों को समन्वित रुप से आगे आना होगा।

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क्षय रोगियों के इलाज के साथ ही उनके पोषण में भी सहयोग आवश्यक है, तभी इस रोग को जड़ से खत्म किया जा सकता है। बतादें कि टीबी से ग्रस्त मरीज के परिवार को टीपीटी कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा। दरअसल अगर किसी को फेफड़े की टीबी है तो वह कम से कम 15 व्यक्तियों को टीबी फैलाता है। इसलिए टीबी मरीजों के परिवार के लोगों के उपर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता हैं। इसी के चलते मरीजों के परिवार को भी टीपीटी कार्यक्रम से जोड़ेंगे।

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