अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून का दौर जारी हैं। मौसम विभाग ने आज भी ज्यादातर जिलों में बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया हैं। प्रदेश में बीते दिनों से झमाझम बारिश के चलते कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। अतिवर्षा, बांध सुरक्षा और बाढ़ की स्थिति को लेकर राज्य सरकार अलर्ट मोड में हैं। बारिश बाढ़ की स्थिति को लेकर जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने निर्देश जारी किए हैं।

मौसम विभाग ने भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, इंदौर, शहडोल और जबलपुर संभागों के अधिकांश जिलों में गरज चमक के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई हैं। रीवा और चंबल संभाग के कुछ जिलों में गरज चमक के साथ बारिश होने के आसार है। सीहोर, रायसेन, रतलाम, शाजापुर, आगर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, और बालाघाट में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही नर्मदापुरम, विदिशा, बैतूल और हरदा जिलों में तेज बारिश होने की चेतावनी दी हैं।

MP में 1 से 10 अगस्त तक होंगे शिक्षकों के ट्रांसफर: इन जिलों और संभाग में इस बार नहीं होगा स्थानांतरण, शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश

भोपाल, राजगढ़, खरगौन, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, उज्जैन, देवास, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, डिंडौरी, अनूपपुर,जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, दमोह और सागर जैसे जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।

इन जिलों में हुई इतनी बारिश

प्रदेश के उज्जैन में 30.0, गुना में 25.0, सिवनी में 15.0, भोपाल में 12.6, रायसेन में 10.0, पचमड़ी में 8.0, जबलपुर में 4.2, खजुराहो में 3.0, शिवपुरी में 3.0, मंडला में 2.0, सागर में 2.0, इंदौर में 1.3, रतलाम में 1.0, मंलजखंड में 0.6, छिंदवाड़ा में 0.6, बेतुल में 0.4 MM बारिश हुई हैं।

MP की सुर्खियां: PM ने आज चीता प्रोजेक्ट को लेकर बुलाई बैठक, CM शिवराज सिवनी को देंगे सौगात, कांग्रेस आदिवासी स्वाभिमान यात्रा, प्रियंका के दौरे की तैयारियां तेज, इंदौर में G-20 बैठक

सरकार अलर्ट

प्रदेश में बीते दिनों से झमाझम बारिश हो रही हैं जिसके चलते कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। अतिवर्षा, बांध सुरक्षा और बाढ़ की स्थिति को लेकर राज्य सरकार अलर्ट मोड में हैं। बारिश बाढ़ की स्थिति को लेकर जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने निर्देश जारी किए हैं। मंत्री सिलावट ने निर्देश देते हुए कहा कि राज्य और जिला स्तर पर बनाए गए कंट्रोल रूम में 24 घंटे कार्यरत रहें इसके साथ ही सभी जिले सतत संपर्क में रहे। वहीं जल भराव की स्थिति निर्मित होने पर बांधो के फाटक खोलने के पूर्व स्थानीय जिला प्रशासन को सूचित किया जाएगा। बांधो और जलाशय में जल की आवक को देखते हुए अतिरिक्त जल भराव के साथ ही गेट खोलने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

तुलसी सिलावट ने निर्देश देते हुए आगे कहा कि, विभाग के अधिकारी बाढ़ की स्थिति का आकलन करेंगे। इसके साथ ही जिलों में अतिवर्षा को देखते हुए बाढ़ नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाए। कही भीं अतिरिक्त जल भराव की स्थिति निर्मित नही हो इसके लिए लगातार निगाह रखी जाए।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus