शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के सोनागिरी में देर रात नगर निगम ने जर्जर भवन को गिराने की कार्रवाई की। भेल क्षेत्र में स्थित सोनागिरी में शुक्रवार (14 जुलाई) देर रात एक जर्जर भवन को नगर निगम के अतिक्रमण अमले ने जमींदोज कर दिया। नोटिस देने के बाद भी घर खाली नहीं किया था। शहर में करीब 781 जर्जर भवन अभी भी हैं। बारिश में हादसों की आशंका के मद्देनजर जर्जर इमारतों को निगम प्रशासन द्वारा गिराया जा रहा है।

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बता दें कि, मकान मालिक और किराएदारों के बीच आपसी सहमति नहीं बनने के कारण देर रात तक यह कार्रवाई चलती रही। दरअसल दुकानदार नहीं चाहते थे, कि 35 वर्ष पुराना जर्जर भवन को गिराया जाए। भवन की दीवारों में दरारें आ गई थी, छज्जों के प्लास्टर भी उखड़ रहे थे। ऐसे में बड़े हादसे का खतरा था। जिसके चलते नगर निगम ने मकान मालिक से इस भवन को खाली करने के लिए नोटिस जारी किया था।

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जोन क्रमांक 15 के सहायक यंत्री एसके राजेश ने बताया कि, सोनागिरी में जर्जर इमारत को अति जर्जर मानते हुए इस भावन को खाली करने के लिए 18 अप्रैल 2023 को एक नोटिस जारी किया था। नोटिस के बाद भी कई बार रिमाइंडर लेटर भेजा गया, फिर भी भवन खाली नहीं किया गया। ऐसे में शुक्रवार दोपहर नगर निगम का अमला इसे गिराने के लिए पहुंचा था। पर दुकानदारों ने इसका विरोध करना शुरु कर दिया। निगम कर्मचारियों को कार्रवाई के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। वहीं शाम को भवन मालिक और दुकानदारों के बीच सहमति बन गई। भवन मालिक ने नई इमारत बनने पर इन्हें प्राथमिकता में दुकान किराए से देने का वादा किया।

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