शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक है, वहीं प्रदेश में महिला आरक्षण बिल पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी कड़ी में उमा भारती ने आज पिछड़े वर्ग के नेताओं की बैठक बुलाई। जिसमें बिल में पिछड़ा वर्ग और ओबीसी महिलाओं के लिए अलग प्रावधान की मांग की गई है।
महिला आरक्षण बिल को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भोपाल में नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें प्रदेशभर के पिछड़ा वर्ग के नेताओं को जुटाकर अपनी ही पार्टी का विरोध किया है। उमा भारती बिल में पिछड़ा वर्ग और ओबीसी महिलाओं के लिए अलग प्रावधान की मांग कर रहीं हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का बयान सामने आया हैं, जिसमें उन्होंने कहा मध्यप्रदेश में अब चुनाव आने वाले है। इसमें एक प्रयोग हो सकता है, उन्होंने कहा ज्यादा से ज्यादा पिछड़े वर्ग की महिलाओं को टिकिट दे दीजिए। इसमें रिजर्वेशन की नही आकांशा की जरूरत है।
उमा भारती ने कहा मैंने लोगो को कहा आरक्षण स्थायी नही है। जब तक इन लोगों का विश्वास नही जीत लेते तब रिजर्वेशन जारी रहेगा, उन्होंने कहा कि असमानता खत्म करना जरूरी है।
उमा भारती की बीजेपी से मांग
- चुनाव में 50 फ़ीसदी महिलाओं को टिकट दिया जाए
- 25 फ़ीसदी ओबीसी और अन्य 25 फ़ीसदी पर आदिवासी और दलित वर्ग की महिलाओं को मिले टिकट
- सामान्य सीटों पर मिलना चाहिए दलित, आदिवासी और ओबीसी को टिकट
- ऐसा फैसला करने से समाज में एकता आएगी
- जब आरक्षित सीट पर सामान्य वर्ग दलित,आदिवासी को वोट कर सकता है तो सामान्य वर्ग को दूसरा समझ क्यों नहीं वोट करेगा
- 60 फीसदी आबादी की लड़ाई मेरी जारी रहेगी
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