शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर सरस्वती सुसाइड मामले में हड़लाल जारी है। हमीदिया के जूनियर डॉक्टर्स ने सरस्वती को श्रद्धांजलि देकर मौन रैली निकाली। यह रैली डॉक्टर सरस्वती सुसाइड में न्याय की मांग को लेकर निकाली गई है। वहीं जूनियर डॉक्टर्स को सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर्स का साथ मिला है।
गांधी मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर सरस्वती आत्महत्या का मामला तूल पकड़ रहा है। उनके साथी विभाग अध्यक्ष को हटाए जाने के साथ अन्य चिकित्साओं पर कार्रवाई करने की मांग पर अड़े हुए हैं। जूनियर डॉक्टरों ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इस सभा में कॉलेज के डीन भी शामिल हुए और सरस्वती को श्रद्धांजलि दी।
जूनियर डॉक्टर्स ने निकाली मौन रैली
हमीदिया के जूनियर डॉक्टर्स ने मौन रैली निकाल कर सरस्वती सुसाइड में न्याय की मांग की है। मौन रैली में बड़ी संख्या में जूनियर डॉक्टर शामिल हुए। राजधानी में सुबह से हो रही बारिश में जूनियर डॉक्टरों ने रैली निकाली। दूसरी ओर जूनियर डॉक्टर्स को अब सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर्स का साथ मिला है। जूनियर डॉक्टर्स के समर्थन में सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर्स भी उतर आए है। सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर्स ने जूडा की मांग को सही बताया है। सीनियर रेजिडेंट एसोसिएशन ने पत्र लिखकर ने समर्थन किया है।
सुसाइड से जूनियर डॉक्टर आक्रोशित
सरस्वती की आत्महत्या के बाद जूनियर डॉक्टर आक्रोशित हैं। पिछले 3 दिन से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। उनका कहना है कि 6 महीने पहले भी उनकी एक साथी ने खुदकुशी की थी। यह सब काम के बोझ और विभाग का माहौल अच्छा नहीं होने के कारण हो रहा है।
अरुणा कुमार को कॉलेज से तत्काल हटाने की मांग
जूनियर डॉक्टर ने पत्र में अरुणा कुमार को जूनियर डॉक्टर से ट्रांसफर करने की मांग की है। डीन को पत्र में लिखा है कि- जब डॉ अरुणा कुमार गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल की डीन थीं, तब एक बाल रोग विशेषज्ञ रेजिडेंट के खिलाफ एक घुसपैठिए ने जानलेवा हमला किया था। उसके कमरे में घुस गया और उसके साथ यौन उत्पीड़न की कोशिश की थी। जूड़ा का आरोप है कि अरुणा ने मामले की गंभीरता को नहीं समझा और न ही कोई कड़ी कार्रवाई की। जूड़ा ने लिखा है कि हमें डर है आगामी समय में और भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है, इसलिए, हम उन्हें गांधी मेडिकल कॉलेज से तत्काल हटाने की मांग करते हैं।
बता दें कि जूनियर डॉक्टर बाला सरस्वती ने रविवार रात एनेस्थीसिया इंजेक्शन का ओवरडोज लेकर सुसाइड कर लिया था। वहीं सरस्वती ने अपने मोबाइल के नोट पैड पर सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें उन्होंने डिपार्टमेंट की ही कुछ डॉक्टर्स पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। इसके साथ ही सुसाइड नोट में सरस्वती ने अपने मम्मी-पापा से माफी मांगने के साथ पति को दोबारा शादी करने और खुश रहने की अपील की थी।
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