भोपाल। मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव की मतगणना जारी है. मतों की गिनती 19 मुख्यालयों पर की जा रही है. इन 28 सीटों के नतीजे से यह स्पष्ट हो जाएगा कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार बरकरार रहेगी या नहीं. शुरुआती रूझान में भाजपा आगे है. चार सीटों पर आगे चल रही है. कांग्रेस अभी खाता नहीं खुला है.
ईवीएम के साथ ही डाक मतपत्र गिने जा रहे हैं. इस बार 27 हजार मतदाताओं ने डाक मतपत्रों से मताधिकार का उपयोग किया. 80 साल से अधिक आयु, निशक्तजन या कोरोना संक्रमित या संदिग्ध ने डाक पत्र में वोट किया. इस उपचुनाव में 12 मौजूदा मंत्रियों का भविष्य दांव पर है.
मध्य प्रदेश में 28 सीटों के लिए कुल 355 उम्मीदवार मैदान में हैं. 28 में से 16 सीटें ग्वालियर-चंबल इलाक़े में है. 230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में बीजेपी के 107, कांग्रेस के 87, बहुजन समाज पार्टी के दो और समाजवादी पार्टी के एक विधायक हैं. चार निर्दलीय विधायक हैं और एक सीट ख़ाली है. बीजेपी को बहुमत पाने के लिए 115 विधायकों की ज़रूरत है. इन 28 सीटों में से कांग्रेस के 27 विधायक थे लेकिन 25 विधायकों ने इस साल की शुरुआत में इस्तीफ़ा दे दिया था और कमलनाथ की सरकार गिर गई थी.
गौरतलब है कि मार्च महीने में ज्योतिरादित्य सिंधिया 22 विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे, उसके बाद तीन और विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया था. वहीं तीन मौजूदा विधायकों के निधन से तीन सीटें खाली हुई थीं. आज की मतगणना भाजपा सरकार बचाने के लिहाज से ही अहम है. साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजनीतिक भविष्य भी तय होगा.