अजय शर्मा,भोपाल। मध्यप्रदेश के दमोह (Damoh) जिले के गंगा जमुना स्कूल में हिंदू लड़कियों को हिजाब (Hijab) पहनाने के मामले में एक के बाद एक कई खुलासे हो रहे हैं. बाल आयोग की टीम के निरीक्षण के दौरान पता चला है कि यहस्कूल धर्मांतरण का अड्डा बना हुआ था. बच्चियों को डरा धमकाकर हिजाब पहनाया जाता था. स्कूल में बिना हिजाब के एंट्री बैन थी.

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गंगा जमुना स्कूल में धर्मांतरण और बड़े पैमाने पर इस्लामिक साहित्य मिला है. स्कूल में केजी फर्स्ट के बच्चों को 5 पिलर्स ऑफ इस्लाम पढ़ाया जाता था. हिंदू लड़कियों के एडमिशन फॉर्म पर हिजाब वाला पासपोर्ट फोटो जरूरी था. बीते दिनों बाल आयोग की सदस्य मेघा पवार और ओंकार सिंह जांच करने दमोह गए थे.

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स्कूल की एक महिला टीचर का धर्मांतरण (conversion) कर उन्हें मुस्लिम बनाया गया है. स्कूल की प्रिंसिपल खरे अफसरा शेख बनी है. इतना ही नहीं आयोग की टीम ने स्कूल संचालक के पास हजारों एकड़ जमीन के सबूत मिले है. जिसके बाद विदेशी फंडिग की पूरी संभावना जताई जा रही है.

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बता दें कि बीते दिनों दमोह के गंगा जमुना स्कूल में हिंदू लड़कियों को हिजाब (Hijab) पहनाकर टॉपर्स की लिस्ट में दिखाने का मामला सामने आया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) के निर्देश पर स्कूल की मान्यता रद्द कर दी गई है.

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