रवि रायकवार, दतिया। ‘करे कोई और भरे कोई’ यह कहावत तो आपने खूब सुनी होगी। लेकिन मध्य प्रदेश की दतिया पुलिस ने इसे चरितार्थ कर दिया है। जहां आरोपी शख्स की जगह उसके पड़ोसी को गिरफ्तार कर लिया। जिसकी वजह से निर्दोष को डेढ़ महीने तक सलाखों के पीछे रहना पड़ा। हद तो तब हो गई जब असली आरोपी ने खुद शपथ पत्र देकर पुलिस को युवक के निर्दोष होने की बात बताई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।

असली आरोपी की जगह पड़ोसी को किया गिरफ्तार

पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। दरअसल, बीते साल 10 सितंबर को चूनगढ़ फाटक के बाहर विशाल पाल और नवल पाल में झगड़ा हुआ था। इस आपराधिक मामले में पुलिस ने विशाल पाल और नवल पाल के खिलाफ क्रॉस FIR की थी। लेकिन पुलिस ने आरोपी विशाल पाल को पकड़ने के बजाय उसके पड़ोसी को गिरफ्तार कर लिया। 

एक जैसे नाम ने पहुंचाया जेल

दरअसल, यह सब कुछ हुआ एक जैसा नाम होने की वजह से। युवक ने कहा कि उसका किसी से झगड़ा नहीं हुआ। जिसकी आपको तलाश है, वह विशाल कैलाश पाल का लड़का है। लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी और उसे जेल भेज दिया। 

असली आरोपी के शपथ पत्र के बाद भी नहीं की कार्रवाई

डेढ़ महीने बाद जेल से छूट कर आने के बाद पीड़ित विशाल अब पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रहा हैl असली आरोपी विशाल ने भी पुलिस को शपथ पत्र दिया है कि मेरी जगह निर्दोष विशाल को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गईl 

एडिशनल एसपी ने कही जांच की बात

इस मामले के सामने आने के बाद एडिशनल एसपी सुनील शिवहरे ने मामले की जांच करवाने और दोषी पर कार्रवाई की बात कही हैl अब देखना होगा कि निर्दोष को सलाखों के पीछे भेजने वाले पर किस तरह की कार्रवाई होगी।

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