शब्बीर अहमद, भोपाल. मध्यप्रदेश में आगामी 2023 के विधानसभा चुनाव पर बीजेपी और कांग्रेस वोट परसेंटेज पर फोकस कर रही हैं. इसी बीच चुनाव के पहले प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की भी सक्रियता बढ़ गई है. RSS एमपी में मतदाता जागरूकता अभियान चलाएगा. जिसको लेकर आज से मंथन का दौर शुरु होगा. राजधानी भोपाल में दो दिन तक बैठकों का दौर चलेगा. आज भोपाल में RSS की बैठक होने जा रही है.
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दरअसल, प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. एक तरफ जहां बीजेपी अपनी किला बचाने की कवायद में जुटी हुई है, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए संघ ने भी मोर्चा संभाल लिया है. इसी कड़ी में प्रदेश में संघ की कई बैठकें आयोजित हैं. जिसमें 13 अक्टूबर को संघ की प्रांत बैठक होगी. 16 को जबलपुर में बैठक होगी.
बता दें कि हाल ही में इंदौर में भी प्रांत की बैठक हुई थी. मालवा, महाकौशल और मध्यभारत प्रांत में समन्वय बैठक जारी है. बीजेपी को जिताने के लिए स्वयंसेवक मैदान में उतरेंगे. हिंदुत्व के मुद्दे पर स्वयं सेवक मतदाता को जागरूक करेंगे.
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मध्यप्रदेश में आगामी 2023 के विधानसभा चुनावों पर बीजेपी और कांग्रेस वोट परसेंटेज पर फोकस कर रही हैं. बीजेपी ने पहले ही 51% वोट हासिल करने का टारगेट सेट किया है. वहीं संघ भी बीजेपी का वोट परसेंटेज बढ़ाने के लिए बैठकें कर रही है. MP Assembly Election 2023 के सियासी समीकरण आदिवासी वोट बैंक पर टिके हुए हैं. प्रदेश में विधानसभा की 230 सीट में से 47 आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित हैं. इसके अलावा भी कई सीटों पर आदिवासी वोटरों का खासा दखल है. प्रदेश में आदिवासियों की कुल जनसंख्या 2 करोड़ से भी अधिक है. ऐसे में भाजपा और संघ दोनों ही इस वर्ग को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं.
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