राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम उमा भारती का बड़ा बयान सामने आया हैं। उन्होंने कहा कि मुझे अभी कम से कम 15 से 20 साल तक राजनीति करना है। जरूरत पड़ी तो चुनाव भी लड़ूंगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कहा कि 1990 से लेकर 1992 तक और 2005 से 2013 तक इस समय में हमारे परिवार के लोगों को प्रताड़ित किया गया। वहीं उन्होंने मध्य प्रदेश में शराबबंदी लागू करने की मांग भी की है।
शुक्रवार को बीजेपी की फायर ब्रांड नेता व पूर्व सीएम उमा भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वच्छता में हम आगे बढ़ रहे हैं। इंदौर और भोपाल का अभिनंदन करती हूं। नेताओं का दुर्भाग्य है कि उन्हें आत्मस्तुति और परनिंदा करनी पड़ती है। यानी खुद की प्रशंसा और दूसरों की बुराई। भारती ने कहा कि उन्हें और उनके परिवार के लोगों को प्रताड़ित किया गया।
ये भी पढ़ें: उमा भारती ने परिवार के बहाने बीजेपी पर बोला हमला: कहा- मेरे भतीजे को टिकट देकर एहसान नहीं किया, ये पार्टी की मजबूरी थी
व्यापम को लेकर कही ये बात
पूर्व सीएम ने कहा कि मेरे भाइयों पर लूट, डकैतियों के केस बने, ऐसे बने जो डकैती हुई हीं नहीं। दिग्विजय सिंह के समय में भी हत्या तक का केस दर्ज हुआ। व्यापम तक प्रताड़ना का एन्ड हुआ। आज तक मुझे पता नहीं चला व्यापम में मेरा नाम क्यों आया ? कम से कम CBI यह जांच तो कर लें मेरा न क्यों आया ? इसके पहले क्राइम ब्रांच ने क्या कारनामा किया था ? क्या मेरे नाम पर कई लोग बच गए ?
मुझे कष्ट देने वालों को मैंने रोता देखा है
उन्होंने आगे कहा कि मैं खुद गिरफ्तारी के लिये आ गई थी। व्यापम तक प्रताड़ना चली है। 1990 से लेकर 1992 तक, 2005 से 2013 तक इस समय में हमारे परिवार के लोगों को प्रताड़ित किया गया। मैं किसी नेता का नाम नहीं लूंगी, समय बता दिया है। वहीं उमा भारती ने आरुषि मर्डर केस का हवाला देते हुए कहा UP पुलिस ने साक्ष्यों के साथ खिलवाड़ किया था। व्यापम में शुरू में किसका रोल था ? ह्रदय में पीड़ा रहती ही है, आप माफ करिये या नहीं, मुझे कष्ट देने वालों को मैंने रोते देखा है, मेरे सामने ही लोगों को रोते हुये देखा है।
ये भी पढ़ें: ‘नरेंदर-सरेंडर’ वाले बयान पर BJP हमलावर: पूर्व सीएम उमा भारती बोलीं- राहुल गांधी को इतनी भी अंग्रेजी नहीं आती, सरेंडर और सीजफायर का अंतर समझें
एमपी में हो शराबबंदी…
पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि गंगा और गऊ की अदालत लगेगी। दोनों प्रतीक्षा कर रहे हैं, देश में गांवों में गौपालन का काम होना चाहिए। गंगा और गऊ पर अक्टूबर तक मेरा फोकस रहेगा। मैं अपनी ताकत से नहीं जन आकांक्षाओं से नेता बनाई गई थी। उमा भारती ने मध्य प्रदेश में शराबबंदी की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शराबबंदी लागू की जाए।
रिटायरमेंट पर कही ये बात
उन्होंने आगे कहा कि भ्रष्टाचार सबसे बड़ा मुद्दा है। मध्यप्रदेश में भी ब्यूरोक्रेसी में सुचिता लानी जरूरी है, देश में भी जरूरी है। रिटायरमेंट वाले सवाल पर उमा भारती कहा कि नेता, शिक्षक,वकील, कलाकार कभी रिटायर नहीं हो सकते है। मुझे अभी कम से कम 15 से 20 साल तक राजनीति करना है। जरूरत पड़ी तो चुनाव भी लड़ूंगी। गऊ, गंगा और शराबबंदी ये मेरी निजी विश्वास का विषय है।
उमा भारती के बयान से मंत्री नारायण ने बनाई दूरी
इधर, उमा भारती द्वारा उन्हें और उनके परिवार को प्रताड़ित किए जाने और व्यापम मामले में उनका नाम घसीटते जाने वाले बयान पर एमपी सरकार में मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने दूरी बनाई है। मंत्री नारायण कुशवाह का कहना है कि उमा भारती पार्टी की वरिष्ठ नेता है। उनकी कही हुई किसी बात पर हम टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। उनका कद बहुत ऊंचा है, ऐसे में उनके कहे हुए शब्दों पर क्या बोला जा सकता है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें