मनोज सिंह ठाकुर/अमित शरामा/प्रीत शर्मा,/होशंगाबाद/ श्योपुर/ मन्दसौर। मध्यप्रदेश में पोस्ट मानसून एक्टिव हो गया है। रविवार रात करीब भोपाल, इंदौर और ग्वालियर समेत कुछ जिलों में तेज बारिश के दौर जारी है। वहीं, सागर और गुना में बूंदाबांदी हुई। खंडवा में सोमवार सुबह से बारिश हो रही है। मध्यप्रदेश में पोस्ट मानसून (Post monsoon active) की पहली बारिश ने पिछले 24 घंटों में कई इलाकों को पानी-पानी कर दिया है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के कई जिले बारिश के कारण तरबतर हो चुके हैं। मौसम विभाग ने विभाग ने बुरहानपुर, भोपाल, इंदौर, सागर, श्योपुर, बैतूल, खरगोन समेत 13 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। Lalluram.Com पर पढ़िए प्रदेश के तीन जिले होशंगाबाद, श्योपुर, मन्दसौर और ग्वालियर से बारिश का हाल।
होशंगाबाद में रविवार रात से हो रही बारिश
होशंगाबाद में रविवार देर रात से बारिश हो रही है। यह सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। जिले में सोमवार सुबह से लगातार बारिश हो रही है। लगातार भारी बारिश होने के कारण किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है। बारिश के कारण धान और सोयाबिन की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
श्योपुर में खेतों में घुटनों तक पानी भरा, सैकड़ों एकड़ खड़ी धान की फसल खराब
श्योपुर जिले में रविवार रात से भारी बारिश हो रही है। लगातार बारिश के कारण खेतों में घुटनों तक पानी भर गया है। इससे खेतों में खड़ी धान की फसल बरबाद हो गई है। सोई कलां क्षेत्र के दर्जन भर गांवों के खेतों में लगे फसल खराब हो गए।
झमाझम बारिश के चलते, बड़ौदा और सोई कला क्षेत्र के मेवाड़ा, प्रेमसर, भगड़वा, धोटी, जगदेश्वर, पनवाड़ा, मानपुर, सांमरसा सहित जिले के दो दर्जन से अधिक गांव में खड़ी हजारों बीघा धान की फसल बर्बाद हो गई है। हालात ऐसे हैं कि हाल ही में वही सरसों को लेकर भी किसानों की चिंताएं काफी बढ़ गई हैं। हालांकि श्योपुर कलेक्टर शुभम वर्मा ने मौजूदा हालातों को देखते हुए जिले भर के सभी हल्का पटवारियों को बारिश में हुए नुकसान की सर्वे के तत्काल तहसीलदारों को रिपोर्ट सौंपने के आदेश भी दे दिए हैं।
मन्दसौर में गांधी सागर डैम का खोला गया गेट
मंदसौर में मौसम विभाग की बारिश को लेकर दी गई चेतावनी के बाद कई इलाकों में बारिश का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में भरे बांधो के गेट खुलना शुरू हो गए है। मन्दसौर के गांधीसागर डैम में कैचमेंट इलाके में हुई अच्छी बारिश के कारण आवक बढ़ गई है। इसके कारण पहले से छलक रहे डैम का एक छोटा गेट खोल दिया गया। डैम में फिलहाल 23 हजार 534 क्यूसेक प्रति सेकेंड की आवक हो रही है।वहीं इतना ही पानी डैम से रिलीज़ भी किया जा रहा है। फिलहाल डैम का वाटर लेवल 1312 फिट पर मेंटेन कर रखा गया है।
ग्वालियर जिले में धान, चना, सरसों की फसल बर्बाद
ग्वालियर जिले में पोस्ट मानसून के कारण बदरा जमकर बरस रहे हैं। लगातार बारिश ने अन्नदाताओं के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। जिले में रविवार रात से तेज हवा के साथ जमकर बारिश जारी है। लगातार बारिश के कारण धान की फसोलों को काफी नुकसान हुआ है। अंचल में धान की फसल सहित बोबनी की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। ग्वालियर जिले के अंचल भर डबरा, भितरवार, पिछोर, बिलौआ, चीनोर, छिमक में फसलों को हुआ काफी नुकसान है। चना, मटर, सरसों की फसलों को भी बारिश के कारण काफी नुकसान पहुंचा है। फसलों के खराब देखकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई है।