कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बीते सोमवार गुर्जर महाकुंभ के दौरान जमकर उपद्रव देखने को मिला। जिसमें एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए। वहीं भीड़ को उकसाने वाले कांग्रेस विधायक और नेताओं पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर 11 उपद्रवियों को जेल भेजा गया।

जिले में गुर्जर महाकुंभ के दौरान उपद्रव मामले में पुलिस का एक्शन जारी है। भीड़ को उकसाने वाले नेताओं के साथ मुरैना के कांग्रेस विधायक राकेश मवई, ग्वालियर के कांग्रेस नेता साहब सिंह पर एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं अब तक गिरफ्तार हुए 11 उपद्रवियों को जेल भेजा गया है। तो 11 फरार आरोपियों पर पांच-पांच हज़ार का इनाम भी घोषित किया गया है।

SSP से मुलाकात

क्षत्रिय, ब्राह्मण, वैश्य, सेन समाज सहित प्रबुद्ध नागरिक मंच के पदाधिकारियों ने की SSP राजेश सिंह चंदेल से मुलाकात की है। उपद्रव में नामजद आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। शासकीय संपत्ति के नुकसान की भरपाई आरोपियों की संपत्ति से वसूली जाए। सम्राट मिहिर भोज प्रकरण में अवमानना की कार्रवाई की जाएं।

ग्वालियर उपद्रव मामला: बिजनौर सांसद-सपा विधायक सहित 23 पर नामजद FIR, 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज, कलेक्टर-SP ने किया घटनाक्रम का आकलन

कांग्रेस MLA ने दी सफाई

कांग्रेस विधायक राकेश मावई ने वीडियो जारी कर कहा कि मैंने कोई भी मंच से भड़काऊ भाषण नहीं दिया है, जिससे गुर्जर समाज के लोग उत्तेजित हो। मैंने अपने भाषण की क्लिप ग्वालियर एसपी को उपलब्ध कराई है। यह गुर्जर समाज और मेरे खिलाफ एक साजिश की जा रही है। मुझको फंसाने की साजिश की जा रही है। इस पूरे मामले की जांच चाहता हूं।

सांसद-विधायक पर FIR

वहीं 50 उपद्रवियों के हथियार लाइसेंस निरस्त करने की अनुशंसा है। यूपी के सांसद और विधायक पर भी केस दर्ज हो चुका है। यूपी के बिजनौर से बीएसपी सांसद मलूक नागर और यूपी की सरधना सीट से सपा विधायक अतुल प्रधान पर भी एफआईआर दर्ज की गई है। यूनिवर्सिटी थाने में बलवा का केस दर्ज हुआ है। गुर्जर महाकुंभ के बाद भीड़ ने कलेक्ट्रेट सहित अन्य इलाकों में उपद्रव किया था।

मुख्य आरोपी गिरफ्तार

क्राइम ब्रांच पुलिस ने मुख्य आरोपी रुपेश यादव, रामप्रीत गुर्जर गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों 23 नामजद आरोपियों में शामिल है। दोनों पर बलवा, पथराव, शासकीय कार्य ने बाधा सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

बता दें कि ग्वालियर में सोमवार को गुर्जर महाकुंभ के दौरान उपद्रवियों ने पूरे शहर में तोड़फोड़ करने के साथ कलेक्ट्रेट में घुसकर हंगामा किया। फूल बाग मैदान में चल रहे गुर्जर महाकुंभ में भड़काऊ भाषणबाजी के बाद दोपहर करीब 1 बजकर 30 मिनट पर 2 हजार युवाओं ने फूलबाग चौराहा पर जाम लगाने बैठ गए। जब पुलिस ने उन्हें काबू करना चाहा, तो उपद्रवियों ने सिरोल थाना की मोबाइल गाड़ी के कांच तोड़ दिए। शाम करीब 4 बजे गुर्जर युवा कलेक्ट्रेट पहुंचे और जमकर उपद्रव मचाया।
भीड़ कलेक्ट्रेट पर ज्ञापन देने पहुंची तो वहां पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस दौरान भीड़ बेकाबू हो गई और बैरिकेट्स तोड़कर कलेक्ट्रेट के अंदर घुसकर पथराव करना शुरू कर दिया।

गुर्जर महाकुंभ: समाज के लोगों ने चक्का जाम कर की तोड़फोड़, मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की दी चेतावनी

इस पूरे मामले में एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिस ने उत्तर प्रदेश के एक सांसद और विधायक पर उपद्रव भड़काने के आरोप लगाए हैं। पुलिस का कहना है कि यूपी के बिजनौर से बीएसपी सांसद मलूक नागर और सरधना सीट से सपा विधायक अतुल प्रधान ने भड़काऊ भाषण देकर दंगा भड़काने का काम किया है। जिसे लेकर ग्वालियर पुलिस ने दोनों के खिलाफ बलवा, दंगा भड़काने सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus