कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। जिला न्यायालय ने 2012 में हुए कांस्टेबल परीक्षा में फर्जी सॉल्वर बिठाकर नौकरी हासिल करने वाले आरक्षक को 4 साल की सजा सुनाई है। परीक्षा में मुरैना जिले के जौरा निवासी सत्यवीर कुशवाहा ने अपनी जगह फर्जी सॉल्वर को बैठाया था।
क्या है पुरा मामला
जिला न्यायालय ने 2012 में हुए कांस्टेबल परीक्षा में फर्जी सोल्वर बिठा कर नौकरी हासिल करने के आरोप में दोषी पाते हुए आरक्षक सत्यवीर कुशवाह को 4 साल की सजा सुनाई है। बता दें कि साल 2012 में हजारेश्वर हायर सेकेंडरी स्कूल, श्योपुर में पुलिस कांस्टेबल रिक्रूटमेंट टेस्ट आयोजित किए गए थे। इस परीक्षा में जौरा निवासी सत्यवीर कुशवाह जो वर्तमान में आरक्षक के पद पर नौकरी कर रहे थे, उसके स्थान पर कोई अन्य फर्जी साल्वर बनकर बैठ गया था।
वहीं शक के आधार पर साल 2014 में इसकी जांच हुई और उसकी आंसर शीट, रासा प्रिंट आउट, भर्ती रिकार्ड की छाया प्रतियों सहित अन्य दस्तावेजों की जांच के लिए सत्यवीर को तलब कर बुलाया गया। जानकारी लगते ही आरक्षक सत्यवीर कुशवाहा ड्यूटी से बिना बताए गायब हो गया था। इससे शक और पुख्ता हो गया। जिसके बाद मामला न्यायालय में पहुंचा। जहां उसे 4 साल की सजा सुनाई गई।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक