कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। आज के दौर में बढ़ रहे क्राइम खासकर महिला अपराध प्रदेशभर में चिंता का विषय बना हैं यही कारण है कि खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसकी रोकथाम के लिए पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं। ऐसे में ग्वालियर पुलिस ने एक अनोखी पहल की शुरुआत की है, जो दुर्घटना, हादसा या किसी अपराध का अंदेशा होने के समय लोगों के लिए बड़ी राहत बन सकेगी, उन्हें तत्काल मदद के साथ एक सुरक्षित स्थान भी उपलब्ध कराएगी। जी हां ग्वालियर पुलिस ने प्रयोग के तौर पर शहर के कुछ चुनिंदा पेट्रोल पंप को इमरजेंसी शेल्टर बनाया है।

ग्वालियर में अब पेट्रोल पंप सिर्फ आपके वाहन में पेट्रोल या डीजल डलवाने तक सीमित नहीं है। यह आपके लिए एक सुरक्षित स्थान भी बनाए गए हैं। ग्वालियर पुलिस ने शुरुआती दौर में इंदरगंज सर्कल के तीन थानों की सीमा के अंतर्गत आने वाले लगभग 15 से अधिक पेट्रोल पंपों को इमरजेंसी सेंटर यानी कि आपातकालीन आश्रय स्थल के रूप में तैयार किया है। बाकायदा पुलिस और पेट्रोल पंप एसोसिएशन के बीच इस को लेकर विस्तार से चर्चा की गई है। वहीं पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मचारियों और मैनेजर को ट्रेनिंग भी दी गई है, ताकि किसी घटना, दुर्घटना इमरजेंसी या सुरक्षा के लिहाज से असुरक्षित महसूस होने पर तत्काल पीड़ित व्यक्ति को वह रिस्पांस देते हुए उसकी मदद कर सकें।

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पुलिस की इस पहल के जरिए सबसे ज्यादा फायदा महिलाओं को हो सकता है, क्योंकि कई बार ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जब छात्राएं, महिलाएं किसी घटना दुर्घटना या अपराध का शिकार होती हैं तो मदद के लिए उन्हें कोई सुरक्षित या मददगार स्थान नहीं मिल पाता, लेकिन अब यह इमरजेंसी शेल्टर पेट्रोल पंप उनको बड़ी राहत और तत्काल मदद उपलब्ध कराएंगे।

इस अनोखी पहल को लीड कर रही एडिशनल एसपी मृगाखि डेका ने बताया कि इस पहल के बाद महिला सुरक्षा को सबसे ज्यादा बल मिलेगा यदि उन्हें लगता है कि कोई व्यक्ति उनका पीछा कर रहा है या बुरी नीयत से किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है ऐसे वक्त में यह छात्राएं या महिलाएं तत्कालीन पेट्रोल पंप पर पहुंचकर खुद को सेफ महसूस कर सकेंगे। पेट्रोल पंप पर मौजूद कर्मचारी पीड़िता के परिजनों के साथ पुलिस को इसकी जानकारी दें सके। उन्होंने कहा कि इस पहल की जागरूकता के लिए कोचिंग सेंटर कॉलेज स्कूल में भी जानकारियां पहुंचाई जा रही है ताकि इस सुविधा का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोग ले सके।

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वहीं पुलिस की इस पहल में कंधे से कंधा मिलाकर पेट्रोल पंप वर्कर्स भी तैयार है। उनका कहना है कि पुलिस का यह कदम बहुत ही अच्छा है, उनके पेट्रोल पंप पर पीड़ित व्यक्ति बुरे वक्त में तत्काल यहां मदद ले सकेगा। इसके लिए हम भी पूरी तरह से तैयार हैं।

आम लोगों के साथ ही छात्र-छात्राओं ने भी इस पहल को सराहा है, लेकिन उन्होंने कहा कि कई बार अपराध नियंत्रण के साथ महिला सुरक्षा के लिए काम शुरू होता है, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी उस पहल को अंजाम तक पहुंचने से पहले ही धराशाई कर देती है। ऐसे में ग्वालियर में शुरू हुई यह पहल इतनी सकारात्मक होनी चाहिए कि लोग प्रदेश भर में इस कदम को सराहते हुए इसे अपनाएं।

गौरतलब है कि बीते कुछ समय पहले ही नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में मध्य प्रदेश सहित ग्वालियर में क्राइम का ग्राफ चिंता का विषय बना है। ऐसे में ग्वालियर पुलिस की यह पहल महिला अपराध सहित अन्य अपराधों पर कितना नियंत्रण करने के साथ उनमें कमी लाएगी यह देखना होगा।

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