इदरीश मोहम्मद, पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना कलेक्ट्रेट में आज जिले भर की प्रांतीय महिला स्वास्थ्य सहायता समूह की हजारों महिलाओं ने जमकर हंगामा किया। इसके साथ ही कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठ गई। वहीं अपर कलेक्टर की समझाइश पर बमुश्किल महिलाओं ने धरना खत्म किया। इसके बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम उन्हें ज्ञापन सौंप कर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जारी आदेश का विरोध करते हुए आदेश को वापस लेने की मांग की।
महिलाओं का कहना है कि, महिला एवं बाल विकास विभाग ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश के सभी संभागों की एक-एक परियोजना की आंगनबाड़ियों पर भोजन नाश्ता बनाने और खिलाने का काम वहां पूर्व से गठित महिला स्वास्थ्य सहायता समूह से छीन लिया। और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को देने के लिए आदेश जारी किया है।
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उन्होंने कहा जिसका प्रांतीय महिला स्वास्थ सहायता समूह महासंघ विरोध करता है, क्योंकि इससे उनका रोजगार का साधन छिन जाएगा। साथ ही कार्यकर्ता और सुपरवाइजर मिलकर उक्त व्यवस्था में भारी भ्रष्टाचार की भी संभावना है। महिलाओं का कहना है कि अगर उक्त आदेश वापस नहीं लिया जाता है तो वह प्रदेश स्तर पर उग्र आंदोलन करेगी।
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