अनिल सक्सेना, रायसेन। मध्य प्रदेश के रायसेन (Raisen) जिले के गैरतगंज तहसील के पास प्रसिद्ध राम रसिया दरबार में नाग पंचमी (Nag Panchami) के अवसर पर नागों की अदालत (court of snakes) लगती है। सर्पदंश से पीड़ित रहे लोगों के शरीर में नागों की आत्मा प्रवेश कर सर्पदंश का कारण बताती है। मान्यता है कि इस अदालत में आने वाले इंसानों को न्याय मिलता है!

हर साल नाग पंचमी पर यह आयोजन शोक दिवस के रूप में मनाया जाता है। बताया जाता है कि नागों द्वारा सताए गए लोग यहां दूरदराज से पहुंचते हैं। इस आयोजन में ऐसे लोग पहुंचते हैं, जिन्हें पिछले सालों में सांप ने काटा है। ये लोग एक-एक कर मंदिर के पुजारी के सामने पेशी देते हैं।

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कहा जाता है कि इस दौरान नागों की आत्मा लोगों के शरीर में प्रवेश कर उन लोगों को काटने का कारण बताती है। दावा किया जाता है कि इस दौरान नाग से वचन दिलवाया जाता है कि वो फिर किसी व्यक्ति को नहीं काटेंगे। मंदिर के पंडा द्वारा काशी बांधी जाती है। ठीक हुए लोग नाग पंचमी के दिन उसी काशी को खुलवाने पहुंचते है।

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