अजयारविंद नामदेव, शहडोल। शहडोल जिले के जैतपुर विधानसभा क्षेत्र में किसानों ने SECL के विरोध आंदोलन करना शुरू कर दिया है। 5 साल बीत जाने के बाद भी किसानों को मुआवजा और नौकरी नहीं मिली, जिसके विरोध में किसानों ने धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया हैं।
बतादें कि किसान यह प्रदर्शन एसईसीएल सोहागपुर के खैरहा भूमिगत खदान के विरोध में किया जा रहा है। एसईसीएल द्वारा वर्ष 2017 में कुल 1 हजार 155 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है। जिसमें ग्राम पंचायत खैरहा की 507और ग्राम पंचायत खन्नाथ की 477 एकड़ भूमि अधिगृहीत की गई है। 5 साल बीत जाने के बाद भी किसानों को मुआवजा और नौकरी नहीं मिली है, जिसके विरोध में किसान धरना प्रदर्शन कर रहे ।
खैरहा और खन्नाथ ग्राम पंचायत के किसान पूरी तरह से डटे हुए हैं। वहीं इनके समर्थन में ग्राम पंचायत छिरहटी, सिरौंजा और धमनी कला के ग्रामीण भी धरना प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं। जैतपुर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे इस विरोध प्रदर्शन में सबसे ज्यादा नुकसान बीजेपी को उठाना पड़ सकता है। वहीं किसानों ने बताया कि कोई हल नहीं निकलने से 25 सितंबर को किसान खैरहा भूमिगत खदान का गेट बंद करेंगे।
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खैरहा मंडल अंतर्गत इस क्षेत्र से ही पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा की उम्मीदवार रही मनीषा सिंह को जीत मिली थी। अब इसी क्षेत्र के किसानों के आंदोलन करने से भाजपा के सामने बड़ी समस्या आ सकती है। किसानों ने बताया कि प्रभावित किसानों के मुआवजा की फाइल एसईसीएल के बिलासपुर हेडक्वार्टर में लंबित है। किसानों की मांग है कि समय रहते यदि उनके मुआवजा का भुगतान कर दिया जाएगा तो किसान कोई प्रदर्शन नहीं करेंगे।
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