अजय शर्मा,भोपाल। मध्यप्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग बुरी तरह शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है. जिसके चलते स्कूली बच्चों की ना सिर्फ पढ़ाई प्रभावित हो रही है, बल्कि शिक्षा के गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ रहा है. दूसरी ओर स्कूलों में तैनात शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्य में नेता, मंत्री और अफसरों के चकरी में जुटे हैं या कोई पूर्व मंत्री और अफसरों के हाजिर लगा रहा है. तो कोई सांसद का पीए बन बैठा है, कई शिक्षक विधायकों की सेवा में जुटे हैं. उनके स्कूलों में नहीं पढ़ाने के बाद भी वेतन संबंधित स्कूलों के मत से जारी किए जा रहे हैं. जबकि मप्र के स्कूलों में शिक्षकों का टोटा है.

सरकार का कलेक्टरों को पत्र

हाल ही में सरकार ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर कहा कि शिक्षकों के शैक्षणिक काम में नहीं लगाना है. कहीं तैनात हैं, तो उन्हें रिलीव करना है, फिर भी स्कूलों में सैकड़ों शिक्षक नेता मंत्री की सेवा कर रहे हैं. कई निर्वाचन कार्यालय जिला पंचायत तहसील में ड्यूटी कर रहे हैं.

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शिक्षक संघ भी ड्यूटी के खिलाफ

मंत्री अफसरों और नेताओं का चाकरी करने वाले शिक्षकों एक खिलाफ शिक्षक संघ भी है. शिक्षक संघ की माने तो पूरे प्रदेशों के स्कूलों में गिनती के शिक्षक,कहीं एक तो कही दो उस पर जिम्मेदारों को ध्यान देते हुए सख्ती से फैसला करना चाहिए ताकि नौनिहालों का भविष्य संभाला जा सके.

कई जिलों में ये है स्थिति

रतलाम में 5 विधायक हैं. इनमें तीन में शिक्षकों को पीए बनाया हुआ. विधायक डॉ राजेंद्र पांडे, दिलीप मकवाना और मनोज चावला के पीए शिक्षा विभाग के कर्मचारी हैं. डीईओ केसी शर्मा का कहना है कि विधायक को पीए बने शिक्षकों के भोपाल से आदेश निकाले गए.

मंदसौर विधायक यशपाल सिसोदिया के पीए भी शिक्षक हैं. सतना में पंचायत राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल की सेवा में शिक्षक लोकनाथ पटेल को शिक्षा विभाग से अनुमति नहीं मिली, तो सामान्य प्रशासन की अनुमति से अटैच किया गया.

सीधी सांसद रीती पाठक की चाकरी में संकुल चौपाल के अध्यापक हीरालाल यादव लगे हुए हैं. वे 2015 से ही शिक्षक को स्कूल की बजाए सांसद की सेवा में है. शिक्षक विभाग की मानें तो दी उन्होंने सरकार के आदेश के बाद ही कार्य मुक्त कर स्कूल में तैनात करने की कवायद नहीं की.

रीवा विधायक पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला की सेवा में भी एक शिक्षक राजीव तिवारी को लगाया गया. गुड़ा विधायक नागेंद्र सिंह की सेवा में भी शिक्षक ढिल्लन सिंह को गया गया है. डीईओ कहना है मेरे समय अटैचमेंट नहीं है इस मामले में मैं कुछ नहीं कर सकता है.

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खत्म होगा अटैचमेंट का खेल

इस पूरे मामले पर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि विभाग इस दिशा में काम कर रहा है. जल्द ही शिक्षकों अटैचमेंट का खेल खत्म किया जाएगा.

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