राकेश चतुर्वेदी,भोपाल। आज से मध्य प्रदेश 5 दिवसीय विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने शीतकालीन सत्र सुचारू रूप से चलाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सदस्य सदन के समय का ध्यान रखें. विधानसभा शुरू होने से पहले ओबीसी आरक्षण के मुद्दे और बवाल मचा हुआ है. सियासत भी गरमाई हुई है. विवेक तन्खा के मानहानि नोटिस पर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कमलनाथ स्थगन प्रस्ताव के बजाय माफी पत्र लाएं. नोटिस तो क्या फांसी पर लटका दें, तब भी पीछे नहीं हटेंगे. ओबीसी वर्ग का आरक्षण नहीं हटने देंगे. कमलनाथ बताएं कि तन्खा कोर्ट क्यों गए थे.
संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सीएम शिवराज तो कुछ बोले ही नहीं, उन्हें तक नोटिस दे दिया गया. भूपेंद्र सिंह और वीडी शर्मा ने भी कुछ गलत नहीं कहा है. ओबीसी पर कांग्रेस के स्थगन प्रस्ताव पर कहा कि हम हर तरह की चर्चा कराने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि अपनी गलती छुपाने के लिए कांग्रेस अदालत गई. अदालत में गए इसलिए ओबीसी का विषय सामने आया है. जनता की अदालत में आना चाहिए, लेकिन उन्हें पता था जनता के सामने नहीं जीतेंगे.
नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने कहा कि ओबीसी आरक्षण पर विपक्ष ने स्थगन दिया है. मामला ना परिसीमन का, ना रोटेशन, ना ओबीसी आरक्षण का है. यह मामला भारतीय जनता पार्टी का है. बीजेपी के माफ़ी प्रस्ताव लाए जाने पर कमलनाथ ने कहा कि सब सामने आ गया है, कोई चीज छिपी नहीं है. इनकी आत्मा की आवाज सामने आ गई है.
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